उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) पर केंद्रित बायोपिक फिल्म ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ (Ajey, The Untold Story of a Yogi) आज शुक्रवार को देशभर के सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो गई। विशेष रूप से लखनऊ और वाराणसी जैसे प्रमुख स्थानों पर पहले दिन ही थिएटर पूरी तरह से भरे रहे। युवा दर्शकों और हिंदूवादी संगठनों के बीच इस फिल्म को लेकर उत्साह की लहर देखी गई है।
मुसलमानों को फिल्म देखने से रोका
इस बीच, बरेली से ऑल इंडिया मुस्लिम जमात (All India Muslim Jamaat) के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी (Maulana Shahabuddin Razvi Barelvi) ने एक फिल्म के खिलाफ फतवा जारी किया है। मौलाना के अनुसार, मुसलमानों के लिए किसी भी फिल्म को देखना इस्लामी शरीयत के तहत हराम और नाजायज है। उन्होंने विशेष रूप से मोदी और योगी पर बनाई गई फिल्मों का उल्लेख करते हुए कहा कि मुसलमानों को ऐसी फिल्मों से दूर रहना चाहिए।
फिल्म देखना शरीयत में हराम:मौलाना
मौलाना ने फिल्म को नाच-गाने, ढोल-नगाड़े और खेल-तमाशे के समूह में रखते हुए कहा कि इस्लाम में इनका होना हराम है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चाहे फिल्म किसी भी व्यक्ति पर आधारित हो, इसे शरीयत के अनुसार सही नहीं माना जाएगा। मौलाना ने सभी मुस्लिम महिलाओं, पुरुषों, बच्चों और युवाओं से अपील की कि वे फिल्में देखना बंद कर दें, क्योंकि ये खुदा की दृष्टि में गुनाह हैं और इसका परिणाम आख़िरत में भोगना पड़ेगा।