उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में डासना मंदिर (Dasna Temple) के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी (Yeti Narasimhanand Giri) उर्फ दीपक त्यागी ने सोमवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सरेंडर (Surrender) कर दिया है। कोर्ट के आदेश पर उन्हें न्यायिक हिरासत में ले लिया गया, जिसके बाद जमानत पर उन्हें रिहा भी कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, 2013 दंगे केदौरान भड़काऊ भाषण देने के आरोप में दर्ज परिवाद के मामले में कोर्ट में न पेश होने पर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुए थे। 2013 दंगे के दौरान 31 अगस्त को थाना सिखेड़ा क्षेत्र के नगला मदौड़ इंटर कालेज में मलिकपुरा निवासी सचिन और गौरव की शोक सभा का आयोजन किया गया था।
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इसके बाद तत्कालीन एडीएम प्रशासन डा. इन्द्रमणी त्रिपाठी ने कोर्ट में परिवाद दर्ज कराया था। जिसमें डासना मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी उर्फ दीपक त्यागी पुत्र रामेश्वर दयाल निवासी देवी मंदिर डासना थाना मसूरी जिला गाजियाबाद सहित 21 लोगों पर निशेधाज्ञा उल्लंघन और भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया था।
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कोर्ट में पेश न होने पर यति नरसिंहानंद गिरी के गिरफ्तारी वारंट जारी हुए थे। सोमवार को यति नरसिंहानंद गिरी ने सिविल जज सीनियर डिवीजन एफटीसी में सरेंडर कर दिया। उनके अधिवक्ता की ओर से सरेंडर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करते हुए वारंट रिकॉल कराने की गुहार लगाई गई। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर यति नरसिंहानंद को न्यायिक हिरासत में ले लिया गया। कोर्ट ने उनके जमानत प्रार्थना पत्र पर विचार करते हुए, बाद में 20-20 हजार के निजी बंधपत्र पर उन्हें रिहा करने का आदेश दिया।
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