नितिन गडकरी बोले, अगर ऐसा हुआ तो 50 रुपये में डीजल और 55 रुपये में मिलेगा पेट्रोल

नई दिल्ली: केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि पेट्रोलियम मंत्रालय इथेनॉल फैक्ट्री लगा रहा है, जिसकी मदद से डीजल 50 रुपये में और पेट्रोल मात्र 55 रुपये में मिल सकेगा. उन्‍होंने कहा कि हमारा पेट्रोलियम मंत्रालय इथेनॉल बनाने के लिए देश में पांच प्लांट लगा रहा है. लकड़ी की चीजों और कचरे से इथेनॉल बनाया जाएगा. गडकरी ने कहा कि हम आठ लाख करोड़ रुपये के पेट्रोल और डीज़ल आयात कर रहे हैं और इसकी कीमतें बढ़ रही हैं. रुपया डॉलर के मुकाबले गिर रहा है. मैं पिछले 15 सालों से कह रहा हूं कि देश के किसान, आदिवासी और वनवासी एथनॉल, मेथनॉल, जैव ईंधन का उत्पादन कर सकते हैं और विमान उड़ा सकते हैं.

 

केन्द्रीय मंत्री गडकरी और मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राज्य को सोमवार को चार हजार 251 करोड़ के निर्माण कार्यों की सौगात दी. गडकरी ने दुर्ग जिले के चरौदा नगर में कार्यक्रम के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ पूरे देश के लिए जैव ईंधन का बड़ा केन्द्र बन सकता है. गडकरी ने बताया कि नागपुर में लगभग एक हजार ट्रेक्टर जैव ईंधन से चल रहे हैं. आज आवश्यकता जैव ईंधन के क्षेत्र में अनुसंधान करने की है. उन्होंने कहा कि हमने अभी पेट्रोल में एथनॉल मिलाकर वाहन चलाने का सफल प्रयोग किया है, इसे और अधिक बढ़ावा दिया जाएगा. गडकरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कृषि क्षेत्र में वृद्धि दर बहुत अच्छी है. यहां चावल, गेहूं, दालें और गन्ना का उत्पादन प्रचुर मात्रा में है, लेकिन राज्य जैव ईंधन के रूप में भी आगे बढ़ सकता है. छत्तीसगढ़ में उत्पादित जेट्रोफा जैव ईंधन का इस्तेमाल पहली जैव ईंधन वाली उड़ान में किया गया, यह विमान देहरादून से दिल्ली पहुंचा. मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ पूरे देश के लिए जैव ईंधन का बड़ा केन्द्र बन सकता है.

 

तेल की समस्या का स्थायी समाधान बताते हुए पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने बताया, ‘हम 8 लाख करोड़ रुपये का पेट्रोल/डीजल आयात करते हैं. पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं, डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत गिर रही है। मैं 15 साल से कहता आ रहा हूं कि किसान और आदिवासी बायो ईंधन बना सकते हैं और उससे हवाई जहाज भी उड़ा सकते हैं। हमारी नई तकनीक की मदद से हम किसानों और आदिवासियों द्वारा तैयार किए इथेनॉल गाड़ी चला सकते हैं.

 

 

आपको बता दें कि हाल ही भारत ने बायो ईंधन से उड़ने वाले पहले भारतीय विमान का देहरादून से नई दिल्ली तक सफलतापूर्वक परीक्षण किया था. बॉम्बार्डियर क्यू 400 विमान के जरिये इस उड़ान का परिचालन किया गया और इसमें आंशिक रूप से जैव जेट ईंधन का इस्तेमाल किया गया था. देहरादून से रवाना होकर यह उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी. इस विमान का मकसद विमान यात्रा की कीमत को कम करना है. इससे पहले गडकरी ने रविवार को कहा था कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन बढ़ाने तथा अगले पांच साल में कुल वाहनों में इनकी हिस्सेदारी 15 प्रतिशत करने के लिए योजना तैयार कर ली गयी है.

 

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