बीती शाम नोएडा के गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी को मेरठ से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद शाम को ही नोएडा के पुलिस कमिश्नर ने इस मामले का खुलासा करने के लिए बैठक बुलाई थी। इस दौरान कई ऐसी बातों से पर्दा उठा, जिसकी वजह से प्रशासन शासन पर सवाल उठ रहे थे। प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस कमिश्नर ने ये भी बताया कि श्रीकांत त्यागी की गाड़ी पर जो विधानसभा सचिवालय का स्टीकर लगा था, वो स्टीकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने उसे दिया था। इसके साथ ही एक राजकीय चिन्ह उसकी कार पर मिला है, वो इसने खुद बनवाया था। उसके पीछे इसका मकसद था दूसरो के सामने रसूख दिखाकर भय का वातावरण कायम करना। इसी तरह के कई मामलों का खुलासा श्रीकांत त्यागी ने पुलिस के सामने किया है।
सीपी ने किया खुलासा
जानकारी के मुताबिक, श्रीकांत त्यागी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उसे मेरठ से नोएडा लाया गया। जहां नोएडा पुलिस ने उससे पूछताछ के बाद प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने कार्रवाई करते हुए श्रीकांत त्यागी की पांच गाड़ियों को सीज किया है। जिनमें से एक पर विधायक का स्टीकर लगा हुआ मिला था। वहीं एक अन्य गाड़ी की नंबर प्लेट पर उत्तर प्रदेश सरकार का आधिकारिक लोगो लगा हुआ भी मिला था।
इस मामले में पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने बताया कि आरोपी ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि उसकी गाड़ी पर जो विधानसभा सचिवालय का स्टीकर लगा था, वो स्टीकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने उसे दिया था। स्टिकर की मान्यता वर्ष 2023 तक है। इसका उद्देश्य भय का माहौल बनाना था। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि श्रीकांत त्यागी नोएडा से भागकर लखनऊ में छिपना चाहता था, लेकिन पुलिस टीमों से बचकर निकलना मुमकिन नहीं हो पाया।
लगातार बदली लोकेशन
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पहले दिल्ली से एयरपोर्ट जाने की कोशिश की, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद प्लान बदल दिया। मेरठ में रात गुजारी, फिर अपने डिवाइस बदल कर शनिवार को हरिद्वार होते हुए ऋषिकेश गया फिर संडे को वापस यूपी में आकर शाम को डिवाइस बदले गए। उसके बाद मेरठ मुजफ्फरनगर और उसके आसपास कही बागपत में इसकी मूवमेंट रही। इस बीच इसने खुद को छिपाया और लोकेक्शन बदली। वाहन बदलता रहा जिससे ये 3-4 दिन तक छिपाए रहा। हर नई लोकेशन को हम ट्रैक कर रहे थे। नकुल त्यागी और संजय और ड्राइवर राहुल ने सपोर्ट किया।