उत्तर प्रदेश के नोएडा जिले की कमान संभालने के बाद एसएसपी वैभव कृष्ण ने महज 40 दिनों के भीतर ही भ्रष्ट और रिश्वतखोर पुलिसवालों को जेल भेज दिया। जानकारी के मुताबिक, नोएडा जिले की कमान संभाले अभी उन्हें मात्र 40 दिन ही हुए हैं, लेकिन अपराधियों के साथ ही पुलिसवालों में भी उनके नाम का ख़ौफ घर कर गया है।
थाना प्रभारी को भेजा जेल, सब-इंस्पेक्टर सस्पेंड
सूत्रों ने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में एसएसपी वैभव कृष्ण किसी भी तरह की कोताही नहीं बरत रहे हैं और दोषी पुलिसकर्मियों पर कहर बनकर टूट रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, एसएसपी वैभव कृष्ण ने जैसे ही जिले का चार्ज लिया उसके 24 घंटे बाद ही जिले के माल खाना इंचार्ज आरमोहर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पाए जाने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक, इसके कुछ ही दिन बाद नोएडा के सबसे बड़े थाने के प्रभारी मनोज कुमार पंत जो कि सेक्टर 20 के कोतवाल थे, उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर उन्हीं की हवालात में बंद कर दिया। इसके बाद रवि नाम के एक सिपाही को पब्लिक वाले से पैसा लेने के आरोप में जेल भेजा। वहीं, एसएसपी ने दिनेश कुमार सब इंस्पेक्टर को दुर्घटनाग्रस्त कार को कबाड़ी से मिलीभगत कर बेचने के आरोप में सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड होने वालों में थाना सेक्टर 20 पर तैनात सहायक इस्पेक्टर यशवीर सिंह को भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड किया।
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एसएसपी की इस अभियान को नाम दिया गया था ‘ट्रैप ऑपरेशन’। जिले में एसएसपी की इस कार्रवाई के बाद से हर पुलिस वालों में एक डर का माहौल बना हुआ है, खास कर उनके अंदर जो आसानी से रिश्वत ले लिया करते थे। एसएसपी वैभव कृष्ण का कहना है कि जिले में जो भी पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी से हटकर कोई भी गलत कार्य करता हुआ पाया गया या कहीं भी रिश्वत लेते हुए पाए जाने का सबूत मिला तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी प्रकार की कोई छूट या माफी की जगह नहीं दी जाएगी।
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