यूपी के ललितपुर जिले में थाने में किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म मामले की जांच अब एसआईटी को सौंपी गई है. शासन के निर्देश पर इस टीम का गठन किया गया है. इस टीम में झांसी के एसपी सिटी के अलावा झांसी और ललितपुर के एक-एक सीओ को भी शामिल किया गया है. यह टीम अब जल्द ही पाली थाने और पीड़ित के घर के साथ ही भोपाल और अन्य जगहों पर जांच करेगी. अपर पुलिस महानिदेशक (डीआईजी) ने मंगलवार को एसआईटी का गठन किया है. मामले में पहले ही थानाध्यक्ष, पीड़िता की मौसी और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
सीएम ने जताई थी नराजगी
जानकारी के मुताबिक, ललितपुर में एक दुष्कर्म पीड़िता ने आरोप लगाया था कि बयान दिलाने के बहाने उसे थाने बुलाया गया और थानाध्यक्ष ने परिसर स्थित अपने कमरे में उसके साथ दुष्कर्म किया.इस मामले में पुलिस अधीक्षक के आदेश पर थानाध्यक्ष, एक महिला एवं चार आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी. घटना के चलते उस समय थाना में तैनात 29 पुलिसकर्मियों को एडीजी कानपुर जोन से लाइन हाजिर कर दिया था.
थाने में पूरा नया स्टाफ तैनात किया गया. यह मामला मुख्यमंत्री योगी तक भी पहुंचा था. झांसी दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने इस मामले में कड़ी नाराजगी भी जताई थीथाना पाली परिसर में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता से थानाध्यक्ष द्वारा दुष्कर्म किए जाने के मामले में शासन के निर्देश पर डीआईजी ने एसआईटी का गठन किया है. इस टीम में एसपी सिटी झांसी विवेक त्रिपाठी के अलावा झांसी व ललितपुर के एक-एक सीओ को भी शामिल किया गया है. टीम जल्द ही ललितपुर के थाना पाली एवं पीड़िता के घर के अलावा भोपाल एवं अन्य स्थलों पर जाकर जांच शुरू करेगी.
ये था मामला
पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली एक 13 वर्षीय किशोरी को उसके ही गांव में रहने वाले 4 लड़के 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गये, जहां जाकर उसके साथ तीन दिनों तक सामूहिक रेप की घटना को अंजाम दिया गया. तीन दिन बाद चारों आरोपियों ने नाबालिग किशोरी को पाली थाने में पहुंचाकर थाना इंचार्ज के सुपुर्द कर फरार हो गये थे. इसके बाद थाना इंचार्ज पाली ने नाबालिग पीड़ित को उसकी मौसी के साथ चाइल्ड लाइन भेज दिया.
दो दिन बाद उसे थाने में बुलाया गया, जहां पाली थाना इंचार्ज ने बयान लेने के बहाने नाबालिग किशोरी को एक कमरे में ले जाकर बलात्कार की घटना को अंजाम दिया. नाबालिग किशोरी को उसकी मौसी के साथ चाइल्ड लाईन भेज दिया गया, जहां बच्ची ने काउंसलिंग के दौरान अपने साथ हुई पूरी घटना को बताया. जिसके बाद कार्रवाई का सिलसिला शुरू हुआ.