दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ट्विटर (Twitter) के नए मालिक बन गए हैं और उन्होंने सोशल मीडिया कंपनी की कमान संभाल ली है। सीएनबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अग्रवाल और सहगल कंपनी के सैन फ्रांसिस्को मुख्यालय छोड़ चुके हैं और वापस नहीं लौटेंगे। वहीं, द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, कानूनी नीति, ट्रस्ट और सुरक्षा के प्रमुख गड्डे को भी बर्खास्त कर दिया गया है।
इनसाइडर की रिपोर्ट की मानें तो ट्विटर के जनरल काउंसल सीन एडगेट और मुख्य ग्राहक अधिकारी सारा पर्सनेट को भी मस्क ने निकाल दिया है। अग्रवाल को 38.7 मिलियन डॉलर, सहगल को 25.4 मिलियन डॉलर, गड्डे को 12.5 मिलियन डॉलर और पर्सनेट को 11.2 मिलियन डॉलर मिले। मस्क के उद्यमी मित्र जेसन कैलाकेनिस ने ट्वीट कर कहा कि ट्विटर सीईओ मेरा ड्रीम जॉब है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि ट्विटर सर्वर अभी भी ऊपर चल रहे हैं!
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मस्क ने गुरुवार को विज्ञापनदाताओं से कहा कि वह आखिरकार ट्विटर का अधिग्रहण क्यों कर रहे हैं, उन्हें बताया कि वह मंच को दुनिया का सबसे सम्मानित विज्ञापन मंच बनाना चाहते हैं, जहां उपयोगकर्ता सभी उम्र से लेकर परिपक्व तक फिल्में देख सकते हैं या वीडियो गेम खेल सकते हैं। विज्ञापनदाताओं को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा कि ट्विटर एक फ्री-फॉर-ऑल हेलस्केप नहीं बन सकता, जहां बिना किसी परिणाम के कुछ भी कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मेरा ट्विटर हासिल करने का कारण यह है कि सभ्यता के भविष्य के लिए एक सामान्य डिजिटल टाउन स्क्वायर होना महत्वपूर्ण है, जहां हिंसा का सहारा लिए बिना स्वस्थ तरीके से विश्वासों की एक विस्तृत श्रृंखला पर बहस की जा सकती है। उन्होंने हाथों में किचन सिंक लिए बुधवार को सैन फ्रांसिस्को में ट्विटर मुख्यालय का दौरा किया। ट्विटर के जिन कार्यकारी अधिकारियों को हटाया गया है, उनमें अग्रवाल और गड्डे के अलावा मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सेगल और जनरल काउंसिल सियान एजेट शामिल हैं।
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अग्रवाल को पिछले साल नवंबर में कंपनी के सह-संस्थापक जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद ट्विटर का सीईओ नियुक्त किया गया था। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), बॉम्बे और स्टैनफॉर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर चुके अग्रवाल ने एक दशक से अधिक समय पहले ट्विटर में नौकरी शुरू की थी। उस समय कंपनी में 1,000 से भी कम कर्मचारी हुआ करते थे।
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, पिछले साल ट्विटर के सीईओ नियुक्त किए गए अग्रवाल की मस्क के साथ सार्वजनिक और निजी रूप से कहासुनी हो गई थी। मस्क ने ‘कंटेंट मॉडरेशन’ (ऑनलाइन सामग्री की निगरानी और छंटनी की प्रक्रिया) के मामले में गड्डे की भूमिका की भी सार्वजनिक तौर पर आलोचना की थी।
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