उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में दूरदर्शन चैनल के सीनियर जर्नलिस्ट अशोक श्रीवास्तव (Ashok Shrivastav) ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर (Arun Rajbhar) के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि अरुण राजभर ने पत्रकार अशोक श्रीवास्तव को ट्विटर पर मारपीट की धमकी है। पत्रकार ने यूपी पुलिस के अलावा चुनाव आयोग से भी मामले की शिकायत की है।
पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सुभासपा के महासचिव अरुण राजभर ने कल मुझे पीटने की धमकी दी थी। जब हम ऐसी धमकियों को नज़रंदाज़ करते हैं तो ऐसी ताकतों का हौसला बढ़ता है। फिर यूपी के चुनावों में पत्रकारों को कुछ ज्यादा ही निशाना बनाया जा रहा है। इसलिए यूपी पुलिस, गाजियाबाद पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करा दी है। इस ट्वीट में उन्होंने शिकायत की कॉपी के साथ ही अरुण राजभर के धमकी वाले ट्वीट का स्क्रीनशॉट भी साझा किया है।
सुभासपा के महासचिव अरुण राजभर ने कल मुझे पीटने की धमकी दी थी l जब हम ऐसी धमकियों को नज़रंदाज़ करते हैं तो ऐसी ताकतों का हौसला बढ़ता हैl फिर यूपी के चुनावों में पत्रकारों को कुछ ज्यादा ही निशाना बनाया जा रहा है, इसलिए @Uppolice @ghaziabadpolice को रिपोर्ट दर्ज करा दी है l pic.twitter.com/7HpMm2Zhbf
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) January 31, 2022
अपनी शिकायत में अशोक श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार 29 जनवरी को गाजियाबाद में पत्रकार खालिद चौधरी के साथ श्री अखिलेश यादव के सुरक्षाकर्मियों द्वारा मारपीट किए जाने के विरोध में मैंने एक ट्वीट किया। मेरे इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए अरुण राजभर, महासचिव सुभासपा (पुत्र श्री ओमप्रकाश राजभर, अध्यक्ष सुभासपा) ने मुझे ट्विटर पर पीटने की धमकी दी और अपशब्दों का प्रयोग किया। हालांकि बाद में उन्होंने ये ट्वीट डिलीट कर दिया। लेकिन राजभर के संबंध मुख्तार अंसारी जैसे अपराधी-माफियाओं से हैं, इसलिए उनकी धमकी को गंभीरता से लेने की जरूरत है। कृपया इस संबंध में मेरी रिपोर्ट लिख कर उचित कार्रवाई करें।
इसमें उन्होंने अपने साथ 2012 में घटी घटना का भी जिक्र किया है, जब 2012 में यूपी चुनावों से पहले गाजियाबाद के कौशाम्बी से उन्हें 3 बंदूकधारियों ने किडनैप किया था और 6 घंटे बाद रिहा किया गया था। उनका कहना है कि ये मामला अभी तक सुलझा नहीं है। इसलिए उन्हें अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता है।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव के सामने पत्रकार के साथ हुई बदसलूकी मामले में अशोक श्रीवास्तव ने लिखा था कि जब सपा सरकार थी तब पत्रकार जगेंद्र को एक मंत्री के खिलाफ लिखने पर ज़िंदा जला दिया था। आज गाजियाबाद में अखिलेश यादव के सामने उनके बॉडीगार्ड्स ने पत्रकार खालिद चौधरी की पिटाई की। नई सपा या वही सपा? इस ट्वीट के बाद अरुण राजभर ने वरिष्ठ पत्रकार को लिखा कि आपकी पिटाई भी होनी चाहिए। दलाली करने का अवार्ड आप जैसे पत्तलकारों को मिलना चाहिए।
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