भारतीय वायुसेना ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बहावलपुर में आतंकी सरगना मसूद अजहर (Terrorist Masood Azhar) के ठिकानों को निशाना बनाया। इस हमले को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। कार्रवाई में मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य मारे गए हैं, जिनमें उसकी बड़ी बहन, बहनोई, भतीजा, भतीजे की पत्नी, भतीजी और पांच बच्चे शामिल हैं। साथ ही उसके चार करीबी आतंकी गुर्गे भी ढेर कर दिए गए।
जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय तबाह
भारतीय वायुसेना की यह एयरस्ट्राइक पाकिस्तान की सीमा के भीतर करीब 100 किलोमीटर अंदर बहावलपुर में की गई। रिपोर्ट के अनुसार, हमले में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और अन्य आतंकी ठिकाने पूरी तरह तबाह हो गए।
जैश ने खुद बयान जारी कर इस हमले में अपने सदस्यों के मारे जाने की पुष्टि की है। मारे गए लोगों को बुधवार को सुपुर्द-ए-खाक किया गया, जहां शोक में डूबी भीड़ ने सड़कों पर शवयात्रा निकाली।
बीबीसी वेरिफाई द्वारा विश्लेषण किए गए वीडियो फुटेज में यह सामने आया है कि हमले में जैश के आतंकी एक मस्जिद में छिपे हुए थे, जिसे भी नष्ट कर दिया गया। मस्जिद का एक गुंबद ढह चुका है और छत में दो बड़े छेद हैं, जबकि जमीन में भी विस्फोट के कारण एक बड़ा गड्ढा बन गया है।
मसूद अजहर बोला- मैं भी मर जाता तो अच्छा होता
मसूद अजहर ने भी हमले पर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि इस हमले में मेरे 10 रिश्तेदार मारे गए हैं, अच्छा होता मैं भी मर जाता। जैश के मुख्यालय पर हुए इस हमले के बाद बहावलपुर में भारी तनाव और शोक का माहौल देखा गया।
भारत की यह सैन्य कार्रवाई दो हफ्ते पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 25 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। भारत पहले भी जैश-ए-मोहम्मद को संसद हमले (2001) और पुलवामा हमले (2019) के लिए जिम्मेदार ठहरा चुका है। मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने 2019 में वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। जैश का संबंध अल कायदा और तालिबान जैसे आतंकी संगठनों से भी रहा है।