नापाक पाकिस्तान (Pakistan) और आतंकी तालिबान (Taliban) का रिश्ता किसी से छिपा नहीं है. अफगानिस्तान को कब्जाने ने पाक ने तालिबान का खूब साथ दिया वहीं यह साथ अब भी बरकरार है. तालिबानी लड़ाकों को जिस पंजशीर में स्थानीय विद्रोहियों द्वारा चुनौती मिल रही थी, वहां मदद करने के लिए पाकिस्तानी वायु सेना पहुंच गई। खबर आ रही है कि यहां ड्रोन की मदद से बमबारी भी की गई है. आमजन न्यूज ने पूर्व समांगन सांसद जिया अरियनजद के हवाले से कहा कि पाकिस्तानी ड्रोन ने स्मार्ट बमों का इस्तेमाल कर पंजशीर पर बमबारी की है.
आपको बता दें कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रमुख ने तालिबान नेताओं से मिलने, सुरक्षा और सीमा मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अफगानिस्तान का दौरा किया था. उनके दौरे के बाद ही पाकिस्तानी वायु सेना ने पंजशीर में बम बरसाए हैं. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मुलाकात के बारे में कहा था कि पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस एजेंसी के महानिदेशक फैज हमीद ने एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और तालिबान के कब्जे से लेकर अफगानिस्तान में नई सरकार बनाने के उनके प्रयासों तक के हालिया बदलावों के बारे में बातचीत की.
वहीं इसी अफगानिस्तान के पंजशीर घाटी (Panjshir Valley) में तालिबान के खूनी हमले में मदद के लिए पाकिस्तानी सेना के बमबारी और ड्रोन हमले की खबरें आ रही हैं. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने अपने सबसे बड़े दुश्मन अमरुल्ला सालेह के घर को फाइटर जेट और ड्रोन से निशाना बनाया है. इस बीच तालिबानी हमले में पंजशीर घाटी के विद्रोही नेता अहमद मसूद के प्रवक्ता और पत्रकार फहीम दश्ती की मौत हो गई है. इस बीच मसूद ने कहा है कि वह तालिबान के साथ बातचीत के लिए हिंसा को रोकने के लिए तैयार हैं.
अफगान मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तानी हेलिकॉप्टर और ड्रोन विमान लगातार पंजशीर घाटी में तालिबान की मदद के लिए बमबारी कर रहे हैं. इस दौरान अमरुल्ला सालेह के घर को निशाना बनाया गया है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी हमले के बाद अमरुल्ला सालेह पंजशीर के पहाड़ों में कहीं सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं. यह पाकिस्तानी हमला ऐसे समय पर हुआ है जब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ जनरल फैज इन दिनों काबुल के दौरे पर हैं.
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