Papankusha Ekadashi 2023: आज 25 अक्टूबर को पापांकुशा एकादशी है. सभी एकादशियों में इस एकादशी का विशेष महत्व है. पापांकुशा का अर् होता है ‘पाप पर अंकुश’ लगाना. माना जाता है कि इस एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को जीवन भर में किए गए हर तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है. इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु का व्रत और पूजन करने से पीढ़ियों तक के पाप धुल जाते हैं. इस दिन किए गए कुछ उपाय बहुत लाभकारी माने जाते हैं.
पापांकुशा एकादशी का शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि 24 अक्टूबर 2023 की दोपहर 03 बजकर 16 मिनट से प्रारंभ हो चुकी है और आज 25 अक्टूबर 2023 की 12 बजकर 34 मिनट पर इसकी समाप्ति होगी. वहीं पारण का शुभ मुहूर्त 26 अक्टूबर की सुबह 06 बजकर 28 मिनट से 08 बजकर 43 मिनट पर है.
पापाकुंशा एकादशी पूजा विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान कर लें. साथ ही साफ सुथरे वस्त्र पहल लें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें. इसके बाद भगवान विष्णु का चित्र और मूर्ति को चौकी पर स्थापित करें. इसके बाद दीपक जलाएं और भगवान विष्णु को पीले पुष्प अर्पित करें. साथ ही पीली मिठाई का भोग लगाएं. इस व्रत को करने वाले व्यक्ति को रात के समय विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए. साथ ही एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के दिन सुबह ब्राह्मण को अन्न और दान और दक्षिणा देने के बाद ही किया जाता है.
एकादशी व्रत के मंत्र
- श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे।
हे नाथ नारायण वासुदेवाय।। - ॐ नारायणाय विद्महे।
वासुदेवाय धीमहि ।
तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।। - ॐ विष्णवे नम:
जानिए धार्मिक महत्व
पापांकुशा एकादशी का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. साथ ही दिन सुवर्ण, भूमि, गौ, अन्न, जल, जूते, छाते, तिल का दान करने से उस व्यक्ति को यमराज के दर्शन नहीं होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है. वहीं भगवान विष्णु की कृपा से व्यक्ति को सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है और आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है.
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