भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह (Pawan Singh) ने मंगलवार को राष्ट्रीय लोक मोर्चा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान पवन सिंह ने कुशवाहा से गले मिलकर और पैर छूकर अपने सारे पुराने गिले-शिकवे दूर किए। माना जा रहा है कि दोनों के बीच अब रिश्ते पूरी तरह सुधर चुके हैं, जिससे पवन सिंह की भाजपा में वापसी की राह आसान हो गई है। इस दौरान पवन सिंह ने अमित शाह से भी मुलाकात की है।
आज मेरे दिल्ली आवास पर भाजपा नेता श्री विनोद तावड़े जी और ऋतुराज सिन्हा की उपस्थिति में भोजपुरी स्टार श्री पवन सिंह जी से शिष्टाचार मुलाकात। pic.twitter.com/QolvUDQ5Us
— Upendra Kushwaha (@UpendraKushRLM) September 30, 2025
बीजेपी ने कुशवाहा से नाराजगी को ध्यान में रखा
बीजेपी ने पवन सिंह की वापसी को लेकर रणनीति बनाई थी, लेकिन इसमें सबसे बड़ी चुनौती उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी थी। पार्टी चाहती थी कि पहले पवन सिंह और कुशवाहा के बीच सारे मतभेद दूर हों ताकि उनकी वापसी पर कोई विरोध न हो। इसके लिए बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े और राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा ने पहले कुशवाहा से बातचीत कर मुलाकात का समय तय किया।
2024 में पवन सिंह का चुनाव संघर्ष
पवन सिंह ने 2024 के लोकसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इस कारण कुशवाहा चुनाव हार गए थे और उन्होंने इसका विरोध भी सार्वजनिक रूप से किया था। इससे पहले पवन सिंह बीजेपी में थे, लेकिन सीट वितरण और चुनाव से इनकार के कारण उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
भाजपा में वापसी की तैयारी
अब पवन सिंह की भाजपा में दोबारा एंट्री की योजना बनाई जा रही है। आरा के पूर्व सांसद आरके सिंह इस पैरोकारी में सक्रिय हैं। पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि पवन सिंह की वापसी से किसी भी नेता की नाराजगी उत्पन्न न हो। मुलाकात और सुलह के बाद बीजेपी ने साफ कर दिया है कि पवन सिंह पार्टी में रहेंगे।
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आरा विधानसभा सीट से चुनाव की संभावना
माना जा रहा है कि पवन सिंह 2025 में बिहार की आरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। यह सीट बीजेपी के लिए सुरक्षित मानी जाती है और यहां पिछली बार पार्टी ने लगातार जीत हासिल की है। पवन सिंह की भोजपुरी सिनेमा से मिली लोकप्रियता और ग्रामीण-शहरी दोनों क्षेत्रों में मजबूत फैन बेस उनके चुनाव को और भी रोचक बना सकता है।