शामली: गाड़ियों पर जातिसूचक शब्द लिखकर धड़ल्ले से घूम रहे लोग, पुलिस बेखबर

यूपी सरकार के परिवहन विभाग द्वारा गाड़ियों पर जाति सूचक शब्द लिखे जाने पर सख्त कार्रवाई के आदेश के बाद भी कई लोग इस नियम से अनजान है. बात करें यूपी के शामली जिले की जहां सैकड़ों की संख्या में गाड़ियों पर जातिसूचक शब्द साफ देखे जा सकते हैं. पुलिसकर्मी इसपर ध्यान भी नहीं दे रहे. वहीं इस मामले में गाड़ी मालिकों का कहना है कि सब लोग लिखते हैं. अपनी जाति के लिए हम लोगों ने भी नाम लिखे हुए है.


चौराहों से गुजर रहे ऐसे वाहन

देश के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी किए गए आदेशों के बाद यूपी सरकार ने परिवहन विभाग को सख्त आदेश देते हुए गाड़ियों पर जाति शब्द लिखने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. एक ओर जहां यूपी सरकार सख्ती से वाहनों पर लिखे जाने वाले जातिसूचक शब्दों के गाड़ी मालिकों पर कार्रवाई के आदेश दे रही है वही शामली जनपद की पुलिस इस तरह के आदेश पर कार्रवाई से अनजान है.


आज भी रोजाना चौक चौराहों से सैकड़ों की संख्या में जातिसूचक शब्द लिखे गए वाहन आसानी से गुजर रहे हैं. इस मामले में गाड़ी मालिकों का कहना है कि यह चीज पहले से ही लिखी जा रही है तो हम लोगों ने भी ऐसे ही लिख दी थी. वहीँ लोग इस नए नियम से भी अनजान है.


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ये है नया नियम

हाल ही में उत्तर प्रदेश में ये आदेश पारित हुआ है कि, अगर किसी की गाड़ी पर जातिसूचक शब्द लिखा होगा तो उसका चालान काटा जाएगा. मुंबई के उपनगर कल्याण के रहने वाले शिक्षक हर्षल प्रभु ने आईजीआरएस पर पीएम मोदी से शिकायत की. जिसमे कहा गया था कि उप्र व कुछ अन्य राज्यों में वाहनों पर जाति लिखकर लोग गर्व महसूस करते हैं. इससे सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचता है. यह कानून के खिलाफ है.


ये बात सच भी है कि यूपी में कार-बाइक, बस-ट्रक ही नहीं ट्रैक्टर और ई-रिक्शा तक पर ‘ब्राह्मण’, ‘क्षत्रिय’, ‘जाट’, ‘यादव’, ‘मुगल’, ‘कुरेशी’ लिखा हुआ दिख जाता है. जिसकी वजह से इसके खिलाफ कार्रवाई की आवाज उठी. ये बात सामने आने के बाद यूपी के अपर परिवहन आयुक्त मुकेश चंद्र ने ऐसे वाहनों के खिलाफ तुरंत अभियान चलाने का आदेश दिया है. उन्होंने सभी आरटीओ को साफ तौर से ये आदेश दिए कि ‘जाति’ चाहे वाहन पर लिखी हो या नंबर प्लेट पर, ऐसे वाहनों को तुरंत सीज करें.


Shravan Pandit



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