कानपुर हिंसा: CAA हिंसा में जेल जा चुके हैं सभी गिरफ्तार PFI कार्यकर्ता, ज़फर हाशमी के घर से मिले अवैध फंडिंग के दस्तावेज

कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) मामले में बेहद सनसनीखेज खुलासा सामने आया है. पुलिस तफ्तीश के मुताबिक हिंसा भड़काने में PFI का हाथ निकला. पुलिस ने जिन तीन PFI कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया वह पहले सीएए हिंसा में जेल जा चुके हैं. अब तक की जांच में मुख्य साजिशकर्ता जफर हयात हाशमी के करीबियों का PFI से कनेक्शन सामने आया है. कानपुर हिंसा की जांच कर रही एसआईटी की टीम को भले ही जफर हयात हाशमी के सीधे पीएफआई से कनेक्शन के तार ना मिले हों, लेकिन उसके करीबियों का पीएफआई से रिश्ता जरूर सामने आ चुका है. इसी कड़ी में कानपुर की बेकनगंज पुलिस ने मोहम्मद उमर, सैफुल्लाह और मोहम्मद नसीम को गिरफ्तार किया है.

पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि तीनों पीएफआई कार्यकर्ता हयात जफर हाशमी के संपर्क में थे. बाजार बंदी व बवाल को लेकर आपस में लगातार बातचीत कर रहे थे. जिससे इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जुटाए गए हैं. एक तरह से साजिश में यह भी शामिल रहे हैं. यह पीएफआई के सदस्य हैं. दिसंबर 2020 में हुई सीएए के विरोध में हिंसा के मामले में भी यह जेल भेजे गए थे.

गिरफ्तार कार्यकर्ता CAA हिंसा में जा चुके हैं जेल 

पुलिस के मुताबिक जेल भेजे गए तीनों पीएफआई सदस्यों के अलावा दो और सदस्य हैं, जिसमें एक बीमार है और एक लापता है. यह दोनों भी सीएए हिंसा के मामले में जेल गए थे. फरार वाले की तलाश की जा रही है. सीपी ने बताया कि जानकारी के मुताबिक कई और पीएफआई के सदस्य शहर में हैं, जिनके संपर्क में हयात एंड कंपनी भी है. सभी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. सुबूतों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

दस्तावेजों में फंड इकट्ठा करवाने का तरीका लिखा…

हाल ही में कानपुर में हुई हिंसा में जांच के बाद कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं. पुलिस को जफर हयात हाशमी के घर से कुछ ऐसे दस्तावेज मिले हैं जिसमें फंड इकट्ठा करने का तरीका बताया गया है. पुलिस को शक है कि जफर हयात हाशमी जानबूझकर पीएफआई के सीधे संपर्क में नहीं था, बल्कि दूसरे लोगों के जरिए वह फंडिंग इकट्ठा करने के तरीके सीख रहा था.

जफर से चैट डिलीट करने के लिए बोल रही बीवी

फंड इकट्ठा करवाने का काम सीखने में उसकी पत्नी भी शामिल थी. यही वजह है कि जांच कर रही एसआईटी ने मंगलवार को जफर की पत्नी से भी हिंसा के संबंध में पूछताछ की. जफर हयात हाशमी की पत्नी जोया हयात हाशमी कई वॉट्सएप ग्रुप के सक्रिय सदस्य और कई की ग्रुप एडमिन है. इसमें कानपुर में बाजारबंदी कराने को लेकर चैट भी सामने आई है. कुछ चैट ऐसी भी मिली हैं जिसमें वह जफर हाशमी को चैट डिलीट करने की बात भी कह रही है. माना जा रहा है कि एसआईटी पत्नी के खिलाफ सुबूत एकट्ठा कर रही है. बड़े सुबूत हाथ लगते ही गिरफ्तारी की जा सकती है.

जफर के बैंक अकाउंट भी तलाश रही पुलिस

अब पुलिस ने जफर हाशमी के द्वारा बनाए जोहर फैंस एसोसिएशन के बैंक खाते खंगालना शुरू किए हैं. इतना ही नहीं, उसके परिवार के अन्य सदस्यों के भी बैंक खाते खंगाले जाएंगे ताकि पता चल सके कि फंडिंग कहां से और कैसे हुई है. दूसरी तरफ आतंकी संगठनों पर नजर रखने वाली एटीएस ने भी पश्चिमी यूपी से लेकर कानपुर तक सक्रिय पीएफआई के हिमायतदानों की कुंडली खंगालना शुरू किया है.

अब तक 50 से अधिक गिरफ्तार

कानुपर हिंसा मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि पुलिस अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं पुलिस ने 24 घंटे में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो लोग हिंसा में शामिल हैं, उनकी पहचान करके गिरफ्तारी का क्रम लगातार जारी है. उन्होंने कहा कि हम बहुत ही स्पष्ट और सावधानीपूर्वक काम कर रहे हैं कि जो लोग शामिल हैं, जिनके फोटो और वीडियो हैं हम सिर्फ उनको गिरफ्तार करेंगे. साथ ही हिंसा में उनकी क्या सक्रियता रही है, इसकी भी जांच करेंगे. पुलिस कानून के हिसाब से अपना काम कर रही है.

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