उत्तर प्रदेश वासियों के लिए बड़ी खबर है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (BundelKhand Expressway) अपने निर्धारित समय से 8 महीने पहले ही बनकर तैयार हो गया है. बुंदेलखंड के विकास को समर्पित यह एक्सप्रेस उद्घाटन के लिए भी तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narenrda Modi) 12 जुलाई को इसका लोकार्पण करेंगे और इसी के साथ प्रदेश को उसका पांचवां एक्सप्रेसवे मिल जाएगा. इसकी तैयारियों को लेकर यूपी सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बीते मंगलवार जालौन के कैथेरी टोल प्लाजा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि उद्घाटन समारोह भव्य होने वाला है.
मंत्री नंदी ने कहा कि पिछली सरकारों ने जिस बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को पत्थर समझकर उपेक्षित रखा था, उसे आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ तराशा है, बल्कि तराश कर हीरा बना दिया है. कल का उपेक्षित बुंदेलखंड अब बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के जरिये तरक्की के सोपान को हासिल करेगा और आगे बढ़ेगा. साथ ही, बुंदेलखंड और उत्तर प्रदेश की विकास या़त्रा में एक नया अध्याय जोड़ेगा.
296 किमी लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे 14849.09 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो रहा है. जिसमें भूमि अधिग्रहण की लागत भी शामिल है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की नींव फरवरी माह में 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी. पीएम मोदी ने बुंदेलखंड के लोगों के लिये यह बड़ी सौगात दी थी और कहा था कि चित्रकूट से दिल्ली पहुंचने में लोगों को परेशानी नहीं होगी.
दरअसल चित्रकूट से पहले कानपुर और फिर इटावा और आगरा के रास्ते दिल्ली जाना पड़ता था. इस सफर में 12 से 14 घंटे तक का वक्त लगता था और सफर की दूरी करीब 700 किलोमीटर थी. लेकिन बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे बनने के बाद अब ये दूरी सिर्फ 626 किलोमीटर रह जाएगी. इसके अलावा आगरा के ताजमहल तक जाने के लिए लोगों को सिर्फ 436 किलोमीटर का सफर तय करना होगा.
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे राज्य में बनने वाले डिफेंस कॉरिडोर की सफलता के लिए भी बेहद अहम है. बांदा और जालौन जिले में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए काम भी शुरू हो चुका है. वहीं दूसरी ओर चित्रकूट में यह एक्सप्रेस राष्ट्रीय राजमार्ग 35 पर खत्म हो रहा है, जो झांसी को प्रयागराज से जोड़ता है.
यूपी एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अश्विनी कुमार अवस्थी कहते हैं, ‘यह नया एक्सप्रेस-वे सामाजिक और आर्थिक विकास के अलावा कृषि, पर्यटन और उद्योग के क्षेत्र में आय बढ़ाने के साथ-साथ बुंदेलखंड क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में मदद करेगा. यह दिल्ली-एनसीआर के लिए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के रूप में भी काम करेगा.’
इस नए एक्सप्रेस-वे के पास झांसी और चित्रकूट में डिफेंस कॉरिडोर की दो इकाइयां बनाई जाएंगी. पिछले साल 19 नवंबर को पीएम मोदी ने झांसी में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) यूनिट की आधारशिला रखी थी, जिसमें पहले फेस के लिए 400 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है.
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे यूपी का पांचवां एक्सप्रेस-वे होगा. इससे पहले राज्य में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे, ग्रेटर नोएडा को आगरा से जोड़ने वाला यमुना एक्सप्रेस-वे, फिर 302 किलोमीटर लंबा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और लखनऊ को गाजीपुर से जोड़ने वाला 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, जिसका पीएम मोदी ने पिछले साल उद्घाटन किया था. इसके साथ प्रयागराज से मेरठ के बीच 594 लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे पर भी काम तेज़ी चल रहा है.
Also Read: लोकल से ग्लोबल बनता UP का ODOP, पर्व-त्योहारों पर स्थानीय उत्पाद देने की मजबूत हो रही परंपरा
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )