69000 सहायक शिक्षक भर्ती (69000 sahayak shikshak bharti) में हुई धांधली की पोल खोल गई है। अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए ठेका लेने वाले एक बड़ा गिरोह गुरुवार को पुलिस की पकड़ में आया है। पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से करीब 7.56 लाख रुपए कैश, अभ्यर्थियों की मार्कशीट, सहायक अध्यापक संबंधित डॉक्यूमेंट्स और एक डायरी बरामद हुई है, जिसमें अभ्यर्थियों के रोल नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों में कुछ एजेंट हैं, जो शिक्षक भर्ती का रिजल्ट आने के बाद अभ्यर्थियों से वसूली करके जा रहे थे।
पुलिस की मानें तो इस रैकेट का मुख्य आरोपी फूलपुर के पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉक्टर केएल पटेल हैं, जिनके चार कॉलेज हैं। पुलिस केएल पटेल को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। सूत्रों ने बताया कि राहुल नामक अभ्यर्थी ने एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज से 69000 शिक्षक भर्ती में घपलेबाजी का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी।
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जिसके बाद एसएसपी ने राहुल की शिकायत के आधार पर गुरुवार की रात सोरांव थाने में रुद्र पति दूबे, शशि प्रकाश सरोज, हरीकृष्ण सरोज, कमल पटेल, रंजीत, केएल पटेल, मायावती दुबे और आलोक उर्फ धर्मेंद्र सरोज के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई कि इन लोगों ने सहायक शिक्षा भर्ती में पास कराने के लिए उससे 7.50 लाख रुपया लिया था, लेकिन जब रिजल्ट आया तो उसका नाम नहीं था।
सोरांव पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए गुरुवार की रात एसयूवी गाड़ी से भाग रहे 6 लोगों को धर दबोचा। पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों ने शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए पांच से सात लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी का ठेका लिया था। इसके लिए कुछ लोगों को आंसर शीट मुहैया कराई गई थी। परीक्षा केंद्र में आंसर शीट ले जाने के लिए एक विशेष रुमाल प्रिंट कराए, जिसमें कोडिंग के जरिए आंसर टिक किए गए थे।
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पुलिस ने बताया कि शुरुआत में अभ्यर्थियों ने एक-एक लाख रुपये एडवांस दिया था। बाकी पैसा परिणाम आने के बाद देना था। बताया जा रहा है कि सहायक अध्यापक भर्ती का परिणाम आने के बाद एजेंटों के माध्यम से अभ्यर्थियों से वसूली शुरू हो गई है। इन लोगों ने सभी कैंडिडेट के ओरिजनल मार्कशीट व अन्य डॉक्यूमेंट जमा करा लिए थे। पैसा देने के बाद वे उसे लौटा रहे थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों के करीब 20 अभ्यर्थियों से इन्हें वसूली करनी थी। गुरुवार को बलवंत नामक एक युवक समेत कुछ अभ्यर्थियों से लगभग 7.56 लाख रुपये वसूली करके आरोपी जा रहे थे। जहां रास्ते में पुलिस ने पकड़ लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ का देर रात पुलिस ने दो अन्य लोगों को भी पकड़ लिया। सोरांव पुलिस ने बताया कि नामजद आरोपी मायापति दुबे को छोड़ अन्य सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया है कि सहायक शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इनके पास से लग्जरी गाड़ियां, भारी मात्रा में धनराशि और फर्जी डाक्यूमेंट्स मिले हैं।
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