यूपी में हुए पशुधन टेंडर घोटाले में फर्जीवाड़े के आरोपी आईपीएस अरविंद सेन को प्रशासन ने भगोड़ा घोषित कर दिया था। इस बाद अब उनके लखनऊ स्थित मकान पर डुगडुगी बजवाई गई। इसके साथ ही आईपीएस के दरवाजे पर भगोड़े का नोटिस भी चस्पा कर दिया है। कोर्ट का ऐलान है कि अब अगर आईपीएस ने सरेंडर नहीं किया तो उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी।
कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, पशुधन विभाग के फ़र्ज़ी टेंडर मामले में कोर्ट ने आईपीएस अरविंद सेन को भगोड़ा घोषित किया है। जिसके चलते लखनऊ स्थित उनके घर पर भगोड़ा का नोटिस चिपकाया दिया गया है। शुक्रवार को नोटिस चिपकाने के साथ ही पुलिस ने आईपीएस के घर के दरवाजे पर डुगडुगी भी पिटवाई। लखनऊ में गोमती नगर के विराटखंड में आईपीएस अरविंद सेन का घर है।
आईपीएस अरविंद सेन पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है। यही नहीं, उनके खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी जारी हो चुका है, बावजूद इसके अरविंद सेन फरार चल रहे हैं। एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीमें भी उनकी तलाश में जुट गई हैं। मामले में पुलिस का कहना है कि आरोपित को भगौड़ा घोषित कर संपत्ति कुर्क करने की तैयारी की जा रही है।
ये है मामला
गौरतलब है कि, कारोबारी एमएस भाटिया ने ठेका दिलाने के नाम पर नौ करोड़ 72 लाख रुपये की ठगी किए जाने के मामले में गत 13 जून को हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। प्रकरण की जांच के दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक अरविंद सेन का नाम सामने आया। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए पशुधन विभाग में अवैध तरीके से निविदा का आवंटन कराया।
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मुकदमे में 12 नामजद तथा अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ आरोप लगाए गए थे कि उन्होंने पशुधन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर कारोबारी एमएस भाटिया से नौ करोड़ 72 लाख रुपये ठग लिए बाद में पुलिस अधिकारियों की मदद से उसे प्रताड़ित किया गया तथा धमकाया गया। इस मामले में संलिप्तता सामने आने के बाद राज्य सरकार ने गत 22 अगस्त को सेन को निलंबित कर दिया था और मुकदमे में अभियुक्त के तौर पर उनका नाम जोड़ा गया था।
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