लखनऊ: 15 सिपाहियों को छुट्टी देने वाला इंस्पेक्टर निलंबित, एसएसपी को सीएम योगी ने लगाई फटकार

राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड इलाके में दिनदहाड़े कैशियर श्याम सिंह हत्याकांड को लेकर सीएम योगी ने एसएसपी पर सख्त नाराजगी जताई। इस मामले में अबतक की कार्रवाई के बारे में पूछने पर एसएसपी संतोषजनक जवाब नहीं  दे पाए। वहीं, एसएसपी से पूछा गया कि एक साथ 15 सिपाहियों को छुट्टी देने वाले विभूतिखंड थाने के इंस्पेक्टर को अब तक निलंबित क्यों नहीं किया गया? सीएम की नाराजगी के बाद इंस्पेक्टर को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया गया।

 

सीएम योगी ने लगाई एसएसपी की क्लास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए 24 घंटे का निर्देश दिया था, बावजूद इसके पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। हालांकि, सीएम की फटकार के बाद लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने विभूतिखंड के निवर्तमान इंस्पेक्टर मथुरा राय को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है।

 

Also Read : रामपुर: दारोगा की फाड़ी वर्दी, गाड़ी चढ़ाकर जान से मारने की कोशिश

 

जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के दौरान इस वारदात का खुलासा नहीं होने को लेकर एसएसपी से जवाब तलब किया। वहीं, एसएसपी ने बताया कि इस हत्याकांड के आरोपियों की कई जगह के सीसीटीवी कैमरों में फोटो मिली है। उन्होंने  बताया कि इसकी मदद से रूम चार्ट बनाया जा रहा है।

 

Also Read : Video: सीतापुर में वकीलों की गुंडागर्दी, एसपी से बदसलूकी और दारोगा को बुरी तरह पीटा

 

एसएसपी ने बताया कि इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पुलिस की 12 टीमें लगाई गई हैं। कई टीमों को गैर जनपद रवाना किया गया है। कलानिधि के मुताबिक, 50 से अधिक बदमाशों की भूमिका खंगालने के साथ ही जेल में बंद अपराधियों से संपर्क किया गया है।

 

Also Read : यूपी: प्रॉपर्टी डीलर ने जवान को लगाया साढ़े चार लाख का चूना, विभाग नहीं कर रहा मदद

 

क्राइम ब्रांच भेजे गए इंस्पेक्टर मथुरा राय

वहीं, इस सनसनीखेज हत्याकांड में विभूतिखंड के पूर्व इंस्पेक्टर मथुरा राय की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सवाल उठाया जा रहा है कि वारदात के वक्त थाने में मौजूद होने के बाद भी मथुरा राय मौका-ए-वारदात पर क्यों नहीं गए? फिलहाल, इंस्पेक्टर मथुरा राय से रविवार रात विभूतिखंड थाना का चार्ज छीनकर एसएसपी ने उन्हें क्राइम ब्रांच भेज दिया था। हालांकि, सोमवार सुबह तक उन्होंने चार्ज नहीं छोड़ा था।

 

Also Read : हाशिमपुरा कांड: दिल्ली हाईकोर्ट ने पीएसी के 16 जवानों को सुनाई उम्रकैद की सजा

 

सूत्रों का कहना है कि सुबह साढ़े दस बजे के आसपास जब हत्या व लूटकांड हुआ था, इंस्पेक्टर मथुरा राय थाने में मौजूद रहकर लिखापढ़ी के कुछ काम निपटा रहे थे। हत्या व लूट की जानकारी के बाद भी उन्होंने घटनास्थल जाना जरूरी नहीं समझा और वारदात के करीब एक घंटे बाद थाना की जनरल डायरी में रपट संख्या 35 में 11.24 बजे अपनी रवानगी करा ली थी।

 

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करेंआप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )