पुलिस चौकी बांकेगंज पर तैनात डायल 100 के सिपाही की लाश शनिवार सुबह उसके कमरे में लटकती हुई मिली। एसपी ने घटनास्थल का मुआयना किया है। लाश के पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है, जिसमें स्वास्थ्य खराब होने के कारण आत्महत्या करने की बात कही गई है। इस सुसाइड नोट में लिखा है कि बीते कई दिनों से बीमार था लेकिन छुट्टी नहीं मिल रही थी इसी से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया। सिपाही की मौत ने बिहार के किशनगंज के एसपी रणधीर वर्मा को भी झकझोरा है। यही वजह है कि उन्होंने विभाग को एक सुझाव दिया है।
किशनगंज पुलिस अधीक्षक ने दिया ये सुझाव
किशनगंज के एसपी रणधीर वर्मा ने ट्विटर पर लिखा कि कुछ इस तरह की परेशानियों को हमें शायद मानवीय संवेदनाओं के साथ सुलझाने की कोशिश करना चाहिए। उन्होंने लिखा कि हम ज्यादा से ज्यादा एक मशीन की तरह होते जा रहे हैं। एसपी ने लिखा कि कुछ समय सिपाही, कांस्टेबल ऑफिसर्स के साथ काउंसलिंग सर्विस देना चाहिए, जो आर्मी में देखा जाता है, बड़े ऑफिसर जवानों को हिम्मत देते रहते हैं।
बता दें कि पीलीभीत के थाना जहानाबाद के गांव पूरनपुर के 26 वर्षीय सिकंदर अली की भर्ती 2016 बैच में हुई थी। सिकंदर बांकेगंज चौकी की डायल 100 टीम का मेंबर था। शनिवार सुबह 9:00 बजे उसके हमराही साथी रमेश यादव ने उसे फोन किया। लेकिन उसका फोन नहीं उठा। ऐसे में जब रमेश ने उसके कमरे में देखा तो सिकंदर की लाश कमरे में लटक रही थी।
सिपाही सिकंदर अली ने डीजीपी से किया था अनुरोध
वहीं, सीओ प्रदीप यादव ने बताया कि सुसाइड नोट में आत्महत्या करने की बात कही गई है। सुसाइड नोट में मृतक सिपाही सिकंदर अली ने लिखा, ‘सर पिछले कुछ समय से मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है। मैं इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं। इसके लिए मैं खुद जिम्मेदार हूं, वैसे भी मैं अपने जीवन से तंग आ चुका हूं। मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना, उम्र के इस पड़ाव पर जहां आप को मेरी जरूरत है। मैं छोड़कर जा रहा हूं।
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सिपाही ने लिखा, ‘मैं शारीरिक रूप से शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं हूं। श्रीमान एसपी सर मैं बहुत ही गरीब परिवार से हूं। मेरे पिताजी की तबीयत ठीक नहीं रहती। मेरे सिवा घर पर कोई सहारा नहीं है। मैं पिछले काफी दिनों से फ्रस्टेटेड रहता था। विभाग में आकर घर वालों को समय नहीं दे पा रहा था। जबकि घर पर मेरी बहुत जरूरत है। 31 जनवरी 2019 को मेरे पैर में चोट लग गई, कई बार मैंने घर जाने की कोशिश की, पर मैं भगोड़ा साबित नहीं होना चाहता था।
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सिपाही सिंकदर अली ने सुसाइड नोट में लिखा कि मेरे हालात ऐसे नहीं रहे जिससे मैं और जी सकूं पुलिस विभाग में जहां मेरी तरह कितने लोग फ्लैट हैं और आत्महत्या करने की सोच रहे हैं उनसे मेरी बहुत सहानुभूति है सिकंदर अली ने लिखा डीजीपी साहब से भी अनुरोध करना चाहता हूं कि इतनी बड़ी संख्या में आए दिन पुलिसकर्मी आत्महत्या कर रहे हैं प्लीज अब कुछ इस संदर्भ में संज्ञान लीजिए।
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