जहां आज के जमाने में लोग अपनो का हाथ थामने से इंकार कर देते हैं, ऐसे में यूपी पुलिस के जवान अनजान लोगों का साथ देने के लिए तत्पर रहते हैं। ताजा मामला औरैया जिले का है, जहां एक दुष्कर्म पीड़िता ने बच्ची को जन्म दिया। पीड़िता के परिजनों ने बच्ची से मुंह मोड़ लिया। ऐसे में महिला पुलिसकर्मियों ने बच्ची की जिम्मेदारी उठाते हुए उसे गोद में लिया। इतना ही नही महिला पुलिसकर्मियों ने अस्पताल में ही बच्ची का नाम शक्ति रखा। अपनी बच्ची को मिल रहे प्यार को देखकर वहां मौजूद पीड़िता की आंखें भी भर आईं। वहीं अस्पताल में मौजूद अन्य लोग भी नजारा देखकर भावुक हो गए।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, सदर कोतवाली क्षेत्र की एक युवती का प्रेमी ने शादी का झांसा देकर एक साल तक शारीरिक शोषण किया। गर्भवती होने के बाद भी शादी का आश्वासन देता रहा। अगस्त में प्रसव का समय करीब आने पर प्रेमी ने उसे ठुकरा दिया। मिन्नतों के बाद भी प्रेमी नहीं माना तो युवती के पिता ने सिखौला निवासी विकास के खिलाफ महिला थाने में दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई। बात समाज में आने पर बदनामी के डर से परिवार ने भी युवती से मुंह मोड़ लिया। बेसहारा गर्भवती को महिला थाने की पुलिस ने सहारा दिया। उसे 20 अगस्त को 50 शय्या अस्पताल में भर्ती कराया।
बच्ची का नाम रखा शक्ति
महिला थानाध्यक्ष संगम भदौरिया और उनकी टीम ने दवाइयों, फल समेत सभी जरूरी सामान उपलब्ध कराया। प्रसव के दौरान युवती को अपनों की कमी महसूस नहीं होने दी। मंगलवार सुबह लगभग 10.30 बजे युवती ने बच्ची को जन्म दिया। इस दौरान महिला थाने की पुलिस कपड़े आदि लेकर 50 शैय्या अस्पताल पहुंची। जहां बच्ची को कपड़े देने की रस्म पूरी करने के साथ ही नए तौलिये में लपेटकर गोद में उठाकर प्यार-दुलार किया और आशीर्वाद देकर उसको शक्ति नाम दिया। बच्ची को मिल रहे इतने प्यार को देखते हुए पीड़िता की आंखें भी भर आईं।
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