उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान काफी समय से गृह जनपद से निकट के जिलों में तैनाती की मांग कर हैं। ऐसे में कोई बड़ी विसंगति सामने न आई तो नया साल 2019 आने से पहले ही पुलिस कर्मियों को बॉर्डर पोस्टिंग का तोहफा मिल जाएगा। मुख्यालय स्तर से पुलिसकर्मियों को उनके गृह जनपद के करीब के जिलों में तैनाती की शुरुआत होने के बाद गोरखपुर जोने में भी जल्द ही तैनाती दी जाएगी।
दिसंबर तक जारी की जा सकती है लिस्ट
जानकारी के मुताबिक, दीपावली से पहले ही इसके लागू होने का अनुमान लगाया जा रहा था लेकिन कुछ कारणों की वजह से आदेश जारी नहीं किया जा सका। लेकिन राजधानी लखनऊ में शुरुआत हो जाने के बाद उम्मीदें बढ़ गई हैं। जानकारी के मुताबिक, जिले में 29 इंस्पेक्टर (एक महिला), 280 सब इंस्पेक्टर समेत करीब 1600 पुलिस कर्मी तैनात हैं। बॉर्डर स्कीम लागू हुई तो इनमें से 60 फीसदी जवान उस परिधि में आ जाएंगे।
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इस कारण यह है कि ज्यादातर जवान गोरखपुर, देवरिया, महाराजगंज, बलिया, जौनपुर जिलों के मूल निवासी हैं। ऐसे में अगर उन्हें स्कीम का लाभ मिला तो उनकी निजी जिंदगी काफी आसान हो जाएगी।
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डीआईजी आशुतोष कुमार और एसपी दिलीप कुमार के मुताबिक, शासन स्तर से निर्देश प्राप्त होते ही अमल किया जाएगा। उम्मीद है कि सैद्धांतिक रूप से मुख्यालय की सहमति लेकर एडीजी दिसंबर के अंत तक लिस्ट जारी कर सकते हैं।
आईजी और एडीजी ने किया था स्कीम लागू करने का समर्थन
बता दें कि दो महीने पहले बॉर्डर स्कीम लागू करने के लिए नीति तय करने के लिए कमेटी बनाकर सूबे के बस्ती समेत सबी जिले से फीडबैक मांगा गया। तत्कालीन आईजी जय नारायण सिंह और बाद में एडीजी जोन दावा शेरपा ने सैद्धांतिक समर्थन करते हुए स्कीम लागू करने की सिफारिश की।
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लेकिन दशहरा और दीपावली की व्यस्तता में फाइल पाइप लाइन में रह गई। ऐसे में अब जबकि त्योहारों की गहमागहमी कम हो गई है तो जवानों में फिर बेताबी बढ़ गई है।
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