अखिलेश बोले- चीन को सामरिक ही नहीं आर्थिक जवाब भी दे सरकार, सपा देशहित में आपके साथ

लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवानों की शहादत को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने सलाम किया है। उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि चीन के हिंसक व्यवहार को देखते हुए भारत सरकार को सामरिक के साथ-साथ आर्थिक जवाब भी देना चाहिए।


इस ट्वीट में अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने कहा कि चीनी कंपनियों को दिए गए ठेके तत्काल प्रभाव से निलंबित होने चाहिए और चीनी-आयात पर अंकुश लगाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के ऐसे किसी भी प्रयास में समाजवादी पार्टी देशहित में सरकार के साथ है। 20 जवानों के शहीद होने पर अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने कहा कि चीन के साथ झड़प में हमारे देश के अनेक जवानों के शहीद होने की ख़बर हर देशवासी को दहलाने वाली है। गलवान वैली, लद्दाख से चीनी मुठभेड़ में हमारे कमांडिग ऑफ़िसर और दो सैनिकों की शहादत का समाचार मिला है। भावपूर्ण नमन।


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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए जवानों और कमांडिंग अफसर को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे जवान मारते-मारते मर हैं, सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पीएम मोदी ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि हम उकसाने पर उचित जवाब देना जानते हैं।


वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि भारत शहीद जवानों के सर्वोच्च बलिदान का हमेशा ऋणी रहेगा। इस दुख की घड़ी में शहीद जवानों के परिवारों के साथ पूरा देश और मोदी सरकार मजबूती से खड़ी है। उन्होंने घायल जवानों के जल्द से जल्द ठीक होने की प्रार्थना भी की। प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि लद्दाख में मारते-मारते शहीद हुए भारत के वीर जवान। भारत कभी अपनी अखंडता से समझौता नहीं करेगा।


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उन्होंने कहा कि हमने हमेशा ही प्रयास किया है कि मतभेद विवाद न बनें, हम किसी को भी उकसाते नहीं हैं। लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता भी नहीं करते हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जब भी समय आया है, हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। मैं भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे। भारत शांति चाहता है लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है।


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