लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए पूर्वांचल की सीटों को साधने में जुटे अखिलेश यादव और मायावती की मंगलवार को जौनपुर, भदोही और आजमगढ़ में संयुक्त रैली हुई. दोनों ही दिग्गज नेताओं ने इस दौरान बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. वहीं पीएम मोदी पर हमला बोलते-बोलते मायावती इशारों-इशारों में सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव को नौसिखियां बता गईं और उनके मुख्यमंत्री के कार्यकाल पर सवाल खड़ा कर दिया.
दरअसल बसपा चीफ भदोही के जिला मुख्यालय सरपतहां में एक जनसभा को संबोधित कर रहीं थीं. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर ताबड़तोड़ वार किये. यहां तक जाति को लेकर पीएम को महामिलावटी तक बता डाला. बसपा चीफ के आरोपों का सिलसिला आगे बढ़ता है और भदोही जिले के नामकरण मुद्दे पर आतीं हैं. संत रविदास नगर शब्द हटाने के मसले पर प्रधानमंत्री मोदी के हमले का जवाब देते हुए मायावती कहती हैं कि अखिलेश पहली बार मुख्यमंत्री बने थे और ब्यूरोक्रेसी की चाल को समझ नहीं पाए. यह तो आप जानते ही हैं कि ब्यूरोक्रेसी मुख्यमंत्री को कैसे नचाती है.
हालांकि मायावती ने फिर प्रधानमंत्री पर ही पलटवार किया, और कहा कि अब तो आप ही की सरकार केंद्र और प्रदेश दोनों में है. तो आपने ही जिले का नाम फिर से बदल कर संत का सम्मान क्यों नहीं कर दिया. मायावती ने कहा कि सरकार बनी तो जिले का नाम फिर से संत रविदास नगर किया जाएगा और जिन अन्य जिलों के नाम बदले गए हैं, उनके नाम भी पूर्ववत किए जाएंगे.
बता दें कि भदोही जिला 1994 में अस्तित्व में आया था. लेकिन बाद में मायावती सरकार ने इसका नाम संत रविदास नगर रख दिया था. फिर 06 दिसम्बर 2014 को अखिलेश यादव की सरकार ने पुनः भदोही नाम रख दिया है. इसे लेकर अपनी एक रैली में प्रधानमंत्री ने गठबंधन पर सवाल उठाया था जिसपर मायावती ने पलटवार किया.
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