बुधवार का दिन भारत के लिए स्वर्णिम दिन रहा. भारत ने अंतरिक्ष की दुनिया में बड़ी उपलब्धि हासिल की और हमने अंतरिक्ष में एक सैटेलाइट को मार गिराया. इसके साथ ही ऐसा करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है. अंतरिक्ष में होने वाला ये मिशन पोखरण में किए गए परमाणु परीक्षण जैसा ही था. पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश में ये सूचना जैसी दी मोदी सरकार के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई. यह उपलब्धि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाले यूपीए सरकार के खाते में जुड़ सकती थी लेकिन ऐसे नहीं हुआ. इसका जिम्मेदार स्वयं मनामोहन सरकार थी. हालांकि कांग्रेस इसे उपलब्धि बता रही है.
वीके सारस्वत ने कहा कि, हमने नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के लिए प्रेजेंटेशन बनाई थी. जब ये बातचीत चल रही थी, उन्होंने सभी तथ्यों को सुना. लेकिन दुर्भाग्य से हमें यूपीए सरकार से सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। इस लिए हम आगे नहीं बढ़ पाए थे. एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2012 में जब भारत ने व्हीलर आईलैंड से अग्नि-5 मिसाइल का पहला परीक्षण किया था, तभी देश के पास सेटेलाइट को नष्ट करने की क्षमता आ गई थी.
यहीं सारस्वत ने ये भी बताया कि, जब डॉ. सतीश रेड्डी और एनएसए अजीत डोभाल ने पीएम नरेंद्र मोदी के सामने प्रस्ताव रखा तो उन्होंने इस मिशन को पूरा करने का साहस दिखाया. अगर साल 2012-13 में ही हमें क्लीयरेंस मिल जाता, तो मैं पूरे यकीन के साथ कह सकता हूं कि ये 2014-15 में लॉन्च हो जाता. तत्कालीन डीआरडीओ चीफ ने साल 2012 में इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में डीआरडीओ के पास अंतरिक्ष में सेटेलाइट्स को तबाह करने की क्षमता की पुष्टि की थी. तब उन्होंने कहा था कि, एंटी सेटेलाइट सिस्टम को लेकर जो तैयारियां होनी चाहिए, वे पूरी हैं. वे अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ के पक्षधर नहीं हैं, लेकिन इसकी तैयारी होनी चाहिए.
राहुल ने मोदी पर कसा तंज
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मिशन शक्ति की सफलता पर डीआरडीओ की तारीफ की. हालांकि, उन्होंने मोदी पर तंज कसा. राहुल ने ट्वीट किया, “वेल डन डीआरडीओ, आपकी इस उपलब्धि पर हमें बहुत गर्व है. मैं प्रधानमंत्री को वर्ल्ड थिएटर डे की बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं.”
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा, जिस एएसएटी मिशन का आज सफलता पूर्वक परीक्षण हुआ है वह यूपीए सरकार में शुरू हुआ था. मैं अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और डॉ मनमोहन सिंह के दूरदर्शी नेतृत्व को बधाई देता हूं.
मोदी की कॉन्फ्रेंस पर संज्ञान ले आयोग- मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया, “भारतीय रक्षा वैज्ञानिकों द्वारा अंतरिक्ष में सैटेलाइट मार गिराए जाने का सफल परीक्षण करके देश का सर ऊंचा करने के लिए अनेकों बधाई. लेकिन इसकी आड़ में मोदी द्वारा चुनावी लाभ के लिए राजनीति करना अति-निन्दनीय है. चुनाव आयोग को इस पर सख्त संज्ञान अवश्य लेना चाहिए.
वैज्ञानिकों को करनी थी घोषणा- ममता
प बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ”यह राजनीतिक ऐलान था, वैज्ञानिकों को यह घोषणा करनी थी. यह उनका क्रेडिट है. केवल एक सैटेलाइट नष्ट किया गया, इसकी जरूरत नहीं थी. ये काफी समय से वहां था. यह वैज्ञानिकों का विशेषाधिकार था कि इसे कब करना है. मोदी के लिए क्या जरूरत थी कि वे चुनाव के समय आचार संहिता का उल्लंघन करके क्रेडिट लें. क्या उन्होंने मिशन में काम किया? क्या वे अंतरिक्ष गए थे? हम इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे.”
असल मुद्दों से ध्यान भटका रहे मोदी- अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, आज मोदी घंटे भर मुफ्त में टीवी पर रहे और आकाश की ओर इशारा करके राष्ट्र के जमीनी मुद्दों बेरोजगारी, महिला सुरक्षा और ग्रामीण हालत से जनता का ध्यान भटका रहे हैं.
Also Read: मिशन शक्ति का मतलब क्या है? जब चीन ने किया था टेस्ट तो हुई थी खूब किरकिरी, भारत ने कर दिया कारनामा
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमेंफेसबुकपर ज्वॉइन करें, आप हमेंट्विटरपर भी फॉलो कर सकते हैं. )