मायावती ने जन्मदिन पर मांगा गठबंधन की जीत का रिटर्न गिफ्ट, मुस्लिम आरक्षण की मांग की

बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अपने 63वां जन्मदिन पर मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने हमेशा गरीबों और दलितों के लिए काम किया है. केंद्र सरकार को 100% कृषि ऋण माफी देनी चाहिए अन्यथा किसानों की आत्महत्याएं जारी रहेंगी. उन्होंने सरकार से एक मजबूत कृषि ऋण माफी नीति बनाए जाने की सलह दी. मायावती ने कहा कि थोड़ा कर्ज माफ करने से किसानों का भला नहीं होगा. किसानों की पूरी कर्जमाफी होनी चाहिए. मायावती ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा राज कांग्रेस पार्टी ने किया है. हमें 1984 में अपनी पार्टी बनानी पड़ी. हमारे बाद भी कई पार्टियां बनी लेकिन उनकी सोच कांग्रेस पार्टी से कुछ अलग नहीं है. इस चुनाव में कांग्रेस एंड कंपनी को सबक सिखाएंगे.


अपने जन्मदिवस के मौके पर मायावती ने कहा, ‘हमने हमेशा गरीबों एवं वंचितों के लिए काम किया है. सरकार को चाहिए कि वह किसानों का 100 प्रतिशत ऋण माफ करे नहीं तो उनकी आत्महत्याओं का दौर जारी रहेगा. सरकार को किसानों की कर्जमाफी पर एक प्रभावी नीति बनानी चाहिए.


मायावती ने जन्मदिन के मौके पर कहा कि हमारे गठबंधन से विरोधियों की नींद उड़ी हुई है. बसपा और सपा के लोग साथ मिलकर काम करें. बीजेपी को हराने के लिए निजी स्वार्थ को भुला आगे बढ़ना होगा. मायावती ने पुराने मतभेद भुलाकर आगामी लोकसभा चुनाव में इन पार्टियों के गठबंधन के प्रत्याशियों को जिताने की अपील की.


मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी सवर्णों को दिए गए आरक्षण का स्वागत करते हैं. हम चाहते हैं कि मुसलमानों को भी आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाए. जुमे की नामज में भी सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया. मुसलमानों की नमाज पर भी रोक लगाने की कोशिश की गई.


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