लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने अपना बड़ा दांव खेला है. पार्टी ने प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी और पार्टी का महासचिव बनाया गया. वहीं गुलाम नबी आजाद से उत्तर प्रदेश का प्रभार छीन लिया गया. उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर प्रियंका गाँधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश का प्रभार देखेंगे. ज्योतिरादित्य को पश्चिमी यूपी की कमान सौंपी गयी है.
बता दें कि पार्टी में प्रियंका गांधी की मांग काफी पहले से हो रही थी. राजनीतिक जानकार इस फैसले को कांग्रेस का मास्टरस्ट्रोक करार दे रहें हैं.
लोकसभा चुनाव लड़ने की भी संभावना
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि प्रियंका गांधी को रायबरेली सीट से उतारा जा सकता है. अभी यहां से उनकी मां और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी चार बार से सांसद हैं. अस्वस्थता के चलते उन्होंने 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार नहीं किया था.
कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ेगा: वोरा
कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा ने कहा, ”प्रियंका जी की नियुक्ति से लोगों में आशा का संचार होगा. लोग दमखम के साथ उत्तर प्रदेश में पूर्वी क्षेत्र के साथ-साथ अन्य जगहों पर लड़ेंगे. उनके आने से कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ेगा. राहुल गांधी ने जो कहा वो पूरा किया. प्रियंका की नियुक्ति इस बात का संकेत है कि आने वाला समय कांग्रेस के लिए अच्छा होगा.”
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