उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में विकलांग चुनाव कर्मी के आत्महत्या का मामला तूल पकड़ रहा है। इस घटना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदेश की योगी सरकार पर हमला करते हुए ट्विटर पर लिखा कि बीजेपी ने आज कर्मचारियों को इस स्थिति में ला दिया है कि वो आत्महत्या को मजबूर हैं।
अनुदेशकों के साथ भाजपा ने किया धोखा
प्रियंका गांधी ने शनिवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि बांदा की ये घटना बहुत ही दुखद है। उन्होंने लिखा कि भाजपा ने आज कर्मचारियों को इस स्थिति में ला दिया है कि वो आत्महत्या को मजबूर हैं। प्रियंका ने आगे लिखा कि अनुदेशकों के साथ भाजपा ने ऐसा धोखा किया है कि हमारे ये मेहनती कर्मचारी भीषण आर्थिक तंगहाली झेल रहे हैं, उत्तर प्रदेश की जनता माफ नहीं करेगी।
दरअसल, बांदा जिले के बबेरू क्षेत्र के पल्हरी में निर्वाचन काम में लगे बीएलओ चुनाव कर्मी ने काम के बढ़ते दबाव से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक, पिछले तीन महीने से मानदेय न मिलने से आर्थिक तंगहाली से जूझ रहे अनुदेशक ने घर के पास लगे पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी। बताया जाता है कि प्रदेश सरकार ने अभी तक बजट नहीं दिया, जिससे अनुदेशकों को मानदेय नहीं दिया जा सका है।
वहीं, मृतक के साथियों ने बताया कि चार महीने से वेतन नहीं मिला था और उससे लगातार 10-10 घंटे काम लिया जा रहा था। सहकर्मियों ने बताया कि मृतक लगातार आर्थिक तंगी से परेशान था और प्रशासन डीएम हीरालाल के 90 प्रतिशत मतदान लक्ष्य के नाम पर अनुदेशक संविदाकर्मियों का शोषण और दबाव को मृतक बर्दाश्त नहीं कर पाया।
कांग्रेस ने की मृतक के परिजनों को 10 लाख मुआवजा देने की मांग
कांग्रेस नेताओं ने अनुदेशक की आत्महत्या के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही मृतक के आश्रितों को 10 लाख रुपए मुआवजा और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
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