समाजवादी पार्टी में लगातार उपेक्षा के बाद पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने अपनी अलग पार्टी समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन कर दिया है. उन्होंने कहा कि सपा में जो उपेक्षित महसूस कर रहे हैं वह मेरे पास आएं. छोटे-छोटे दलों को भी जोडऩे की बात कही है. उन्होंने साफ किया कि वे समाजवादी पार्टी को नहीं छोड़ रहे हैं. शिवपाल यादव ने कहा, “मैंने समाजवादी सेक्युलर मोर्चे का गठन किया है. जिस किसी का भी समाजवादी पार्टी में सम्मान नहीं हो रहा उन्हें हमारे साथ आना चाहिए. हम अपने साथ छोटी पार्टियों को भी जोड़ेंगे.”
#Breaking लखनऊ: 'समाजवादी सेक्युलर मोर्चा' के गठन के बाद बोले शिवपाल सिंह यादव- हमारी पार्टी में सभी का सम्मान होगा, जिन्हें भी समाजवादी पार्टी में सम्मान न मिलता हो वे हमारी पार्टी आ जाएं, हम छोटे-छोटे सभी दलों को इकठ्ठा करेंगे जो भी उपेक्षित हैं. #ShivpalSinghYadav pic.twitter.com/rRPSYzjXvJ
— Breaking TUBE News (@BreakingTUBE) August 29, 2018
जिसे भी सपा में सम्मान न मिलता हो हमारी पार्टी में आ जाए
शिवपाल सिंह ने कहा कि सपा में अपनी इज्जत न होने से मैं आहत हूं. मुझे किसी भी मीटिंग में नहीं बुलाया जाता था. उन्होंने ये भी कहा कि उस पार्टी में अब नेताजी का भी सम्मान नहीं किया जाता है. उनकी उपेक्षा से मैं बहुत दुखी हूं. उन्होंने कहा कि जिसका भी सम्मान सपा में नहीं हो रहा है, वे हमारी पार्टी में आ जाएं. शिवपाल सिंह ने भाजपा में जाने की बात को अफवाह बताया.
मालूम हो कि मंगलवार को सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव के बीच काफी देर गुफ्तगू हुई थी. सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच सेक्युलर मोर्चे को लेकर अहम बातचीत हुई थी. इससे पहले लोहिया ट्रस्ट की बैठक में सोमवार को ही मुलायम-शिवपाल ने ट्रस्ट के कार्यों की गहन समीक्षा और आगामी लोकसभा चुनाव पर चर्चा की थी. इसके अगले ही दिन दोनों एक साथ फिर बैठे. इस दौरान एक शिवपाल समर्थक नेता की ओर से गठित सेक्युलर मोर्चे को लेकर रणनीति बनाई गई.
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लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इसके मद्देनजर शिवपाल ने अपनी अलग ही पार्टी बना ली है. शिवपाल समर्थकों का मानना है कि राजनीतिक क्षेत्र में दखल बरकरार रखने के लिए इस मोर्चे का बनना जरूरी था. शिवपाल समर्थकों का मानना है कि उन्हें चुनाव की रणनीति बनाने में महारत हासिल है. 2012 के चुनाव में सपा की जीत में उनकी भूमिका अहम थी.
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