लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासतदानों का दल-बदल जारी है.इसी कड़ी में एमएलसी वीरेंद्र सिंह ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) का दामन थाम लिया. समाजवादी पार्टी से विधान परिषद सदस्य वीरेंद्र सिंह गूर्जर के बड़े नेता है.
वीरेन्द्र सिंह ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और यूपी बीजेपी अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए. इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गुर्जर समाज में सबसे प्रतिष्ठित परिवारों में से एक वर्तमान सपा MLC एवं कद्दावर नेता चौधरी वीरेन्द्र सिंह गुर्जर के समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा परिवार में शामिल होने पर उनका हृदय से स्वागत करता हूँ.
वीरेन्द्र सिंह के साथ शामली के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान व कांधला ब्लॉक प्रमुख हरेंद्र चौहान ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है. बता दें किकैराना, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, मुज़फ्फरनगर, सहारनपुर, अमरोहा, गाजियाबाद और बुलंदशहर यूपी की गुर्जर बाहुल्य सीटें है.
बता दें कि वीरेन्द्र सिंह कैराना (शामली) से ताल्लुक रखते हैं और यूपी में 6 बार विधायक रह चुके हैं. आपको बता दें कि पश्चिमी यूपी में पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल को है. कैराना में भी इसी दिन मतदान होगा. पिछले साल कैराना लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी की हार हुई थी. इस बार बीजेपी कैराना में कोई चूक नहीं करना चाहती है. इसीलिए बीजेपी गुर्जर समुदाय के बड़े नेता वीरेन्द्र सिंह के सहारे कैराना में सपा के घेरने की तैयारी में है. वीरेन्द्र सिंह फिलहाल समाजवादी पार्टी से विधानपरिषद के सदस्य हैं. यूपी में लगभग एक प्रतिशत के आसपास गुर्जर मतदाता हैं और सबसे ज्यादा प्रभाव पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही है.
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