उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक व्यवस्था को पर भी ज्यादा मजबूत बनाने के लिए योगी सरकार लगातार ही काम कर रही है। कुछ समय पहले ही शासन ने यातायात पुलिस में 5000 सिविल पुलिसकर्मियों भेजने का फैसला किया था। इसके बाद अब ट्रैफिक विभाग में पांच हजार पदों को बढ़ाने का फैसला भी किया गया है। इसके लिए शासन ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।
सीएम ने दिए निर्देश
जानकारी के मुताबिक, कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी और बढ़ गई है। पहले उन्हें सड़क नियमों का ही पालन कराना होता था लेकिन अब कहीं-कहीं उन्हें मास्क की चेकिंग और कोरोना संबंधी सरकार के अन्य दिशा-निर्देशों का पालन कराने की जिम्मेदारी भी दे दी जा रही है। इसी के चलते सरकार ने ये फैसला लिया है।
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दरअसल, योगी सरकार ने यातायात व्यवस्था में सुधार लाने के लिए अब 5000 पदों को बढ़ाया गया है। इन पदों में अब 43 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 400 ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर, 1280 मुख्य आरक्षी और 3277 कॉन्स्टेबल बढ़ाए गए हैं और अब ये संख्या 10 हजार तक पहुंच गई है। अभी तक ये संख्या महज 5080 थी।
पहले किया गया था ये ऐलान
गौरतलब है उत्तर प्रदेश में यातायात व्यवस्था में सुधार लाने के लिए 5000 पुलिसकर्मियों को ट्रैफिक पुलिस में भेजने का फैसला किया गया था। इनमें इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल स्तर के तक के पुलिसकर्मी शामिल होंगे। ट्रैफिक पुलिस की संख्या बढ़ाने की मांग लंबे समय से चली आ रही है। दरअसल, ट्रैफिक विभाग ने जवानों की कमी की वजह से दिक्कत काफी समय से हो रही थी। जिस वजह से ये फैसला लिया जा रहा है।
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