प्रतापगढ़: भाजपा नेता और ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह निकला ड्रग्स माफिया, गड्ढों में छुपाकर रखी थी ड्रग्स

प्रतापगढ़ (Pratapgarh) के बेलखरनाथ ब्लॉक प्रमुख और भाजपा नेता सुशील सिंह (Susheel Singh) का नाम एक बड़े ड्रग्स नेटवर्क से जुड़ा सामने आया है। एक महीने पहले हुई फायरिंग की घटना में पहले से जेल में बंद सुशील को पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की, जहां उसने ड्रग्स तस्करी में शामिल होने की बात स्वीकार की। पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

घर के पास जमीन में छिपा था 10 लाख का MD ड्रग्स

पुलिस ने बुधवार देर रात सुशील सिंह के घर और प्लॉट पर छापेमारी की। इस दौरान केएफ मैरिज हॉल के सामने ज़मीन में छिपाकर रखे गए 34.10 ग्राम MD (Methamphetamine) ड्रग्स बरामद किए गए। बरामद ड्रग्स की बाज़ार में कीमत लगभग 10 लाख रुपए बताई जा रही है।

साथी तस्कर लवी शंकर मिश्रा का नाम भी आया सामने

पुलिस पूछताछ में सुशील सिंह ने खुलासा किया कि वह पहले लवी शंकर मिश्रा के साथ मिलकर ड्रग्स की तस्करी करता था। फिलहाल लवी मिश्रा जेल में बंद है, और सुशील अकेले ही नेटवर्क संभाल रहा था। नशे के सामान को वह गुप्त स्थानों पर ज़मीन में दबाकर रखता था।

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भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेशी

गुरुवार को पुलिस ने सुशील सिंह को बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट पहनाकर कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया। सुरक्षा व्यवस्था में 2 सीओ, 5 थाना प्रभारी, 12 दरोगा और 24 सिपाही तैनात किए गए थे। मेडिकल कॉलेज में मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेशी हुई और शाम तक उसे दोबारा जेल भेज दिया गया।

अब तक दर्ज हैं छह से अधिक मुकदमे

सुशील सिंह पर पट्टी और नगर कोतवाली में पहले से ही छह से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। अब NDPS एक्ट के तहत एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। ड्रग्स कारोबार के इस नेटवर्क में और भी कई नाम सामने आने की आशंका है।

क्या है एमडी ड्रग?

एमडी (Methamphetamine) एक बेहद खतरनाक नशीला पदार्थ है, जो आमतौर पर हल्के पीले-सफेद क्रिस्टल जैसे टुकड़ों में मिलता है। इसका नशा तीव्र और लत लगाने वाला होता है। यह पदार्थ गुटखा, पान आदि में मिलाकर चबाया जाता है। इसकी प्रति ग्राम कीमत 40 हजार रुपये तक होती है।

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फायरिंग केस से खुला मामला

21 जुलाई को सुशील सिंह ने रजिस्ट्री ऑफिस के बाहर सरेआम फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। इस घटना में दो सगे भाई घायल हो गए थे और इसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। पुलिस ने उसी मामले में उसे गिरफ्तार किया था। इसी केस में रिमांड पर लेने के बाद ड्रग्स की बड़ी सच्चाई सामने आई।

लग्जरी कार भी बरामद

फायरिंग केस में इस्तेमाल की गई कार की तलाश में पुलिस सुशील सिंह को लेकर लखनऊ गई थी, जहां से एक लग्जरी कार बरामद की गई। वापस लौटने पर ही छापेमारी में ड्रग्स बरामद हुआ।

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