राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा किया मंजूर

देश के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने 21 जुलाई की रात अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने मंगलवार को उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया। राज्यसभा में यह जानकारी पीठासीन सदस्य घनश्याम तिवाड़ी ने दी। मंगलवार को धनखड़ राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए, जबकि सुबह 11 बजे से उच्च सदन की कार्यवाही जेडीयू सांसद हरिवंश ने शुरू की। खबर यह भी है कि धनखड़ इस्तीफा वापस नहीं लेंगे और ना ही अपने विदाई समारोह में शामिल होंगे।

कार्यकाल से पहले दिया इस्तीफा

जगदीप धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक तय था, लेकिन उन्होंने बीच में ही पद छोड़ने का निर्णय लिया। इससे पहले 10 जुलाई को एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था, ‘ईश्वर की कृपा रही तो अगस्त 2027 में रिटायर हो जाऊंगा।’ इस बयान के महज 11 दिन बाद उनका इस्तीफा सामने आना राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी सेहत की कामना करते हुए शुभकामनाएं दीं।

Also Read-क्या उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की जेपी नड्डा से थी नाराजगी? राज्यसभा की BAC में क्या कुछ हुआ

धनखड़ का राजनीतिक करियर 

जगदीप धनखड़ का राजनीतिक सफर कई महत्वपूर्ण पदों से होकर गुजरा। वे वकील, सांसद, केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल भी रह चुके हैं। हालांकि, उपराष्ट्रपति पद से पहले भी उनका अधिकतर कार्यकाल अधूरा ही रहा। केवल विधायक के रूप में उन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था।

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं.