सीआरपीएफ ने पुलवामा हमले के बाद शुक्रवार को ट्वीट किया ‘न भूलेंगे, न माफ करेंगे।’ गुस्से और गम की यही भावना पूरे देश में भी दिखी। मामले में सरकार को विपक्ष का भी पूरा साथ मिला। दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भरोसा दिया कि जवानों की शहादत खाली नहीं जाएगी।
पुलवामा अटैक पर मोदी सरकार के तेवर सख्त
बता प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन जवानों से अपने जान की कुर्बानी दी है उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। सेना के जवानों की वीरता को देशवासियों ने देखा है और देश में ऐसा कोई नहीं है जिसे जवानों की वीरता पर संदेह हो। प्रधानमंत्री ने बताया कि सेना को आगे की कार्रवाई के लिए, समय क्या हो, स्थान क्या हो और स्वरूप कैसा हो, ये तय करने के लिए पूरी इजाजत दे दी गई है। उन्होंने कहा कि मैं देश को भरोसा दिलाता हूं कि हमले के पीछे जो ताकतें है, उन्हें सजा जरूर मिलेगी। आतंकियों और उनके सरपरस्तों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। पड़ोसी देश ने गलती की है, उसने बर्बादी का रास्ता चुना है, वह भूल रहा है कि यह नई रीति-रीति वाला भारत है।
Also Read: शिवपाल यादव की PM मोदी से अपील, एक फौजी के बदले 10 आतंकियों के सिर लाइए
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के धुले में एक जनसभा को संबधित करते हुए पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहाकि आप सभी के बीच ऐसे वक्त पर आया हूं जब पुलवामा में हमारे जवानों पर हमले को लेकर देश आक्रोशित है। एक तरफ देश गुस्से में है तो दूसरी तरफ हर आंख नम है।
उन्होंने कहा कि एक देश के नाते हमारा काम यहीं से शुरु होता है। जिन्होंने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया, उनके परिवार के साथ हम हमेशा खड़े रहें। ये संयम का समय है, संवेदनशीलता का समय है, ये शोक का समय है। लेकिन हर परिवार को मैं ये भरोसा देता हूं कि हर आंसू का जवाब लिया जाएगा।
Also Read: पुलवामा हमले पर पूर्व कांग्रेस सासंद बेगम नूरबानों का विवादित बयान, बोलीं- लापरवाह है फौज
उन्होंने कहा कि भारत नई रीति और नई नीति का देश है, ये अब दुनिया भी अनुभव करेगी। भारत की ये नीति रही है कि हम किसी को छेड़ते नहीं हैं, लेकिन नए भारत को किसी ने छेड़ा तो वो छोड़ता भी नहीं है। पीएम ने कहा कि ये हमारा सुरक्षाबलों ने पहले भी कर दिखाया है और अब भी कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमेंफेसबुकपर ज्वॉइन करें, आप हमेंट्विटरपर भी फॉलो कर सकते हैं. )