उत्तर प्रदेश का रायबरेली जिला कांग्रेस और गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है. यहां से कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद हैं. जबकि जिले की सदर सीट से प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की करीबी मानी जाने वाली अदिति सिंह (Aditi Singh) विधायक हैं. लेकिन बीते कुछ समय अदिति की कथित तौर पर बीजेपी के साथ बढ़ती नजदीकियों के चलते कांग्रेस ने नया दांव चला है. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार (23 अक्टूबर) को रायबरेली दौरे के दौरान अदिति चचेरे भाई मनीष सिंह (Manish Singh) को पार्टी में शामिल करा लिया.
बता दें कि सदर विधायक अदिति सिंह और हरचंदपुर विधायक और रिश्ते में उनके चाचा राकेश सिंह पिछले काफी समय से पार्टी लाइन से इतर काम कर रहे थे. उदाहरण के तौर पर गांधी की 105वीं जन्म जयंती के अवसर पर योगी सरकार द्वारा बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र में कांग्रेस द्वारा बहिष्कार करने के बावजूद भी अदिति सिंह और राकेश सिंह पहुंचे थे. इतना ही नहीं सरकार की योजनाओं को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की थी. जिसपर कांग्रेस ने अदिति सिंह को नोटिस भी भेजा था, हालांकि अदिति ने नोटिस का जवाब देना जरुरी नहीं समझा.
अदिति जानती हैं कि कांग्रस ने अगर उन्हें पार्टी से निकाला तो उनपर दल-बदल कानून लागू नहीं होता और वो किसी भी दल में जाने के लिए स्वतंत्र हो जाएंगी. दूसरी तरफ कांग्रेस इस स्थिति में नहीं है कि वह अदिति सिंह पर कोई कार्यवाई कर सके. अगर वह ऐसा करती है तो अमेठी के बाद रायबरेली में भी अपनी जमीन खो सकती है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अदिति सिंह के रवैये पर गंभीर हैं. अदिति पर कार्रवाई नहीं कर पाईं तो उनके चचेरे भाई को कांग्रेस में शामिल कर अदिति सिंह को झटका दिया है. वैसे मनीष सिंह के पार्टी ज्वाइन करने की सुगबुगाहट मंगलवार से ही होने लगी थी. बता दें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अपने तीन दिवसीय दौरे पर मंगलवार को रायबरेली पहुंचीं. प्रियंका गांधी का दौरा सियासी मायनों में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था.
Also Read: यूपी में कांग्रेस की जमीन तैयार करने में जुटी प्रियंका गांधी, कल हो सकता है बड़ा फैसला
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )