लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में जानकारी देते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल (Railway Minister Piyush Goyal) ने कहा कि ‘प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री से भारतीय रेलवे (Indian Railway) को साल 2018-19 में 139.20 करोड़ रुपये की आय हुई’. पीयूष गोयल ने कहा कि ‘प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री से मौजूदा वित्त वर्ष में सितंबर महीने तक 78.50 करोड़ रुपये की आय हुई’. उन्होंने यह भी कहा कि साल 2018-19 में स्टेशनों से विज्ञापनों एवं दुकानों से 230.47 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.
वहीं, भारतीय रेलवे की तरफ से एक आरटीआई आवेदन के जवाब के अनुसार विभाग ने बीते 10 सालों में कबाड़ से 35,073 करोड़ रुपये की आमदनी की. रेल मंत्रालय ने बीते 10 सालों में बेचे गए स्क्रैप को लेकर जो ब्यौरा जारी किया है, उससे पता चलता है कि साल 2009-10 से साल 2018-19 की अवधि के बीच विभिन्न तरह के स्क्रैप बेचकर विभाग ने 35,073 करोड़ रुपये कमाए. इसमें कोच, वैगन्स और पटरी के कबाड़ शामिल हैं.
बता दें बीते 10 सालों में सबसे ज्यादा स्क्रैप 4,409 करोड़ रुपये का साल 2011-12 में बेचा गया, जबकि सबसे कम स्क्रैप से आमदनी साल 2016-17 में 2,718 करोड़ रुपये हुई. इससे पहले भारतीय रेलवे ने कबाड़ (स्क्रैप) बेचकर अपने खजाने में एक बड़ी धनराशि जोड़ने की खबर दी थी.
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