राजस्थान (Rajasthan) के पूर्व मंत्री व मांडल से कांग्रेस विधायक रामलाल जाट (Congress MLA Ramlal Jat) की हुरड़ा तहसीलदार स्वाति झा के साथ बातचीत का एक ऑडियो सामने आया है। ऑडियो में रामलाल जाट महिला तहसीलदार से तू-तड़ाक करते हुए सुने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पहले कांग्रेस विधायक ने तहसीलदार से फोन पर अभद्रता से बात की और फिर उन्हें एपीओ कर दिया गया।
तहसीलदार सेवा परिषद ने सीएम गहलोत को लिखा पत्र
इस घटना के बाद राजस्थान तहसीलदार सेवा परिषद में खासी नाराजगी है। इस संबंध में तहसीलदार सेवा परिषद ने कांग्रेस विधायक राम लाल जाट के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। साथ ही मांग की गई है कि अगर मामले में सही कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें राज्यव्यापी आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
परिषद का कहना है कि फोन पर कांग्रेस विधायक रामलाल ने तहसीलदार स्वाति झा से अमर्यादित और अभद्र तरीके से बातचीत कर उन्हें धमकाया। उसके कुछ ही घंटों के बाद राजस्व मंडल ने स्वाती झा को पोस्टिंग की प्रतीक्षा में रखते हुए एपीओ करने के आदेश जारी कर दिए।
यही नहीं, कुछ समय बाद विधायक के व्यक्ति तहसीलदार के घर पहुंचे और वाह काम करने वाले एक दलित के साथ मारपीट भी की। इस संबंध में गुलाबपुरा थाने में केस दर्ज है। परिषद ने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ जांच कर मामले में कार्रवाई हो और रामलाल जाट के खिलाफ विधानसभा सत्र में निंदा प्रस्ताव लाया जाए।
वायरल ऑडियो में तू-तड़ाक करते कांग्रेस नेता
वायरल ऑडियो में रामलाल जाट लगातार अपने ओहदे की धौंस देते महिला अधिकारी को सुनाई पड़ रहे हैं। कांग्रेस विधायक पूछते हैं, ‘तुझे बोलने की तमीज नहीं है क्या…इतना भी नहीं लगता कोई जनप्रतिनिधि तुझे फोन कर रहा है।’ इस पर महिला अधिकारी कहती हैं, ‘सर आप मुझसे तू तड़ाक करके बात कर रहे हैं। आपने मुझे कभी फोन नहीं किया और आप मुझसे तमीज से भी बात नहीं कर रहे।’ इसके बाद कांग्रेस नेता तेज आवाज में कहते हैं, ‘इसको नकल दे तू, क्यों नहीं दे रही है तू।’
पूरी बातचीत के दौरान महिला तहसीलदार बताती हैं कि अभी ऑफिस में लोग नहीं हैं और उन्होंने न तो किसी से बदसलूकी की है और न उन्हें कोई फोन आया है। इस घटना के वीडियो में महिला अधिकारी दफ्तर आए युवक को लेकर बताती है कि उसने उन्हें रामलाल जाट का नाम लेकर धमकी दी कि वह उनका ट्रांसफर करवा देगा। इसके अलावा युवक को भी महिला अधिकारी से बदसलूकी से बात करते हुए एक अन्य वीडियो में सुना जा सकता है। वह लगातार कहती हैं कि जब लोग होंगे, तभी दस्तावेज की नकल मिलेगी।
रामलाल जाट बोले- तहसीलदार को बताने होंगे जनता के काम
मीडिया से बातचीत में रामलाल जाट ने कहा कि वे एक महिला का जमीन नामांतरण का काम कराने के लिए फोन कर रहे थे और फोन पर तहसीलदार से उन्होंने कोई अभद्रता नहीं की। रामलाल जाट का ये भी कहना है कि स्वाति झा जहां भी रही हैं, वहां उनका ट्रैक रिकॉर्ड विवादित ही रहा है और वे जनता के कामों में रोड़े अटकाती हैं। रामलाल जाट का कहना है कि तहसीलदार जनता के काम नहीं करती हैं। तहसीलदार को जनता के काम तो बताने ही होंगे न, इसमें अभद्रता वाली क्या बात है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, पूरी घटना 21 मई 2021 की है। हुरड़ा तहसील कार्यालय कोविड काल में आई गाइडलाइन के अनुरूप ही खुला था। इस दौरान कुछ युवक आए और लैंड रिकॉर्ड विभाग से किसी डॉक्यूमेंट की कॉपी मांगने लगे। तहसीलदार स्वाति झा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अमूमन 3 दिन में कॉपी देने का प्रावधान है, इसलिए उन्होंने युवकों से कहा कि अगले वर्किंग डे पर यानी 24 मई को आएं।
इसी बात पर युवक उनसे बदसलूकी करने लगे। इसके बाद उन्होंने विधायक रामलाल जाट से बात करवाई। कांग्रेस नेता ने जिस लहजे में बात की, उसकी पूरी रिकॉर्डिंग और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। स्वाति झा ने अपने साथ हुई घटना पर सीआई सतीश मीणा से कहा था कि वे इस मामले में पुलिस शिकायत दर्ज करें। जब उनके लोग रिकॉर्डिंग समेत सब सबूत पेनड्राइव लेकर थाने निकले तो उनके साथ मारपीट हुई। इसके कुछ देर बाद उन्हें एपीओ कर दिया गया।
उन्होंने इस फैसले के ख़िलाफ़ हाईकोर्ट में अपील की, जिस पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने तहसीलदार स्वाति झा के एपीओ पर स्टे लगा दिया। फिलहाल उन्होंने वापस हुरडा तहसीलदार के तौर पर जॉइन कर लिया है।
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