पुजारी को जिंदा जलाने का मामला: पीड़ित परिवार के लिए देवदूत बने कपिल मिश्रा, रोते परिजनों को लगाया गले, दी 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता

राजस्थान के करौली (Karauli Rajasthan) में 4 दिन पहले जमीन विवाद को लेकर मंदिर के पुजारी (Priest) बाबूलाल वैष्णव को जलाकर हत्या मामले में पीड़ित परिवार के लिए बीजेपी नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) देवदूत साबित हुए हैं. कपिल मिश्रा रविवार को सपोटरा के बुकना गांव पहुंचे, जहां उन्होंने शोकाकुल परिवार को ढ़ांढस बंधाया. इसके अलावा उन्होंने पुजारी बाबूलाल के परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की.



बता दें कि घटना के बाद कपिल मिश्रा ने सोशल मीडिया पर पीड़ित परिवार की सहायता के लिए लोगों से आथिक मदद की अपील की थी. मिश्रा के आह्वाहन पर तमाम लोग मदद को सामने आए. इनमें कई सामाजिक संस्थाएं भी शामिल हैं. कपिल ने इसके लिए सोशल मडिया पर बाकायदा अभियान चलाया और लोगों के सहयोग से 25 लाख की राशि जुटाई जो कि निश्चित रूप से पीड़ित परिवार के जख्मों मलहम का काम करेगा.



पीड़ित परिवार को दोबारा खड़े होने तक करेंगे मदद

भाजपा नेता कपिल मिश्रा सड़क मार्ग से दिल्ली से करौली के लिए रवाना हुए थे, वे दोपहर तक सपोटरा तहसील के बुकना गांव में पुजारी बाबूलाल वैष्णव के घर पहुंचे, उनके साथ स्याही कांड से चर्चा में आए दीपक शर्मा (Deepak Sharma) भी दिखे. मिश्रा ने पुजारी के परिजनों से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मृतक पुजारी की माता के खाते में हम लोग 25 लाख रूपये जमा करेंगे. पीड़ित परिवार को ना केवल आर्थिक सहायता देंगे बल्कि परिवार को हाथ पकड़ कर आगे बढ़ने में और दोबारा खड़े होने में उसके साथ एक परिवार की तरह खड़े रहेंगे.


दिल्ली से करौली के लिए रवाना होते भाजपा नेता कपिल मिश्रा, जिन्होंने पिछले दो दिनों में पुजारी के परिवार को आर्थिक सहयोग के लिए 25 लाख रूपए इकट्‌ठा किया

महात्मा गांधी और नानाजी देशमुख की शिक्षा को किया याद

यात्रा के दौरान मिश्रा ने एक वीडियो भी जारी किया था. जिसमें उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था समाज का आखिरी व्यक्ति सबसे कमजोर असहाय उसे देखिए. तो ऐसे ही व्यक्तियों में पुजारी का भी परिवार है, जिसे कोई दबंग आकर अत्याचार करता है. उसे कुचलने का प्रयास करता है. मिश्रा ने कहा कि आज मुझे संतुष्टि है कि नानाजी देशमुख के जन्मतिथि पर हम उस अंतिम व्यक्ति से मिल पा रहे है. उसे सहयोग कर पा रहे है.



वहीं इस घटना में गहलोत सरकार की बड़ी नाकामी सामने आई है. वारदात को 72 घंटे बीत जाने के बाद भी राजस्थान पुलिस अब तक 8 में से केवल दो ही आरोपियों को गिरफ्तार कर पाई है. बता दें कि भूमि विवाद में पुजारी वैष्णव को बुधवार को आग जला दिया गया था, जिनकी बृहस्पतिवार को एसएमएस अस्पताल में मौत हो गयी. आरोप है कि मंदिर के पास की खेती जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे लोगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी.


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