उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में दारोगा भर्ती परीक्षा (Sub Inspector Recruitment) के लिए आयु सीमा बढ़ाने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। अभ्यर्थियों की मांग को सही ठहराते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने भी आयु सीमा बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में देर होने पर भी आयु सीमा में छूट देने की मांग की।
दरअसल, 5 साल बाद हो रही दारोग भर्ती परीक्षा में अधिकतम आयु सीमा 28 वर्ष होने की वजह से कई अभ्यर्थी ओवरएज हो चुके हैं। अभ्यर्थियों की मांग है कि इस भर्ती प्रक्रिया में आयु सीमा में परिवर्तन किया जाए। साथ ही आयु सीमा का निर्धारण 2021 की जगह 2017 से होना चाहिए।
बता दें कि दारोगा भर्ती परीक्षा के लिए इसके पहले साल 2016 में नोटिफिकेशन जारी हुआ था। पांच साल इंतजार करने के बाद अब जाकर फिर से भर्ती प्रक्रिया शुरू होने जा रही है।
शैडो कॉडर न समाप्त करने की अपील
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने दारोगा भर्ती परीक्षा में आयु सीमा बढ़ाने के साथ यूपी पुलिस की तर्ज पर पीएसी कर्मियों को भी प्रोन्नत करने की मांग रखी। उन्होंने विधानसभा में बुधवार को कहा कि पीएसी जवानों को प्रोन्नति नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार को इसकी व्यवस्था करनी चाहिए। साथ ही शैडो कॉडर भी समाप्त न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि शैडो जनप्रतिनिधियों की सेवा करते हैं, इसलिए यह कॉडर समाप्त नहीं किया जाना चाहिए।
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश में दारोगा, पीएसी में प्लाटून कमांडर और फायर सर्विस द्वितीय अधिकारी के पदों पर 9534 भर्तियां निकली हैं। इसमें दरोगा के लिए सबसे ज्यादा 9027 पद हैं। आवेदन की प्रक्रिया एक अप्रैल से शुरू होकर 30 अप्रैल को संपन्न होगी
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