UP Assembly Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के चौथे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने ‘यूपी विज़न 2047’ पर अपने विचार रखते हुए कहा कि यह प्रदेश 2047 में ‘राम राज्य’ की अवधारणा को साकार करेगा। तुलसीदास के रामचरितमानस का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा प्रदेश होगा जहां अल्प मृत्यु, दीनता, वंचितता और दुख का नामोनिशान न हो। उन्होंने इसे सर्वकालिक और सार्वभौमिक अवधारणा बताते हुए इसे प्रदेश के विकास का मार्गदर्शक माना।
वैदिक मंत्र से प्रेरित एकजुटता
मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि इस लक्ष्य को पाने के लिए वैदिक मंत्रों की प्रेरणा ली जाएगी, जो सभी को साथ चलने, सोचने और बोलने के लिए प्रेरित करते हैं। योगी ने कहा कि यह केवल एक तिथि या घोषणा पत्र नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की सामूहिक संकल्पना है, जिसे जनता की भागीदारी से साकार किया जाएगा।
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सपनों से विकास तक की यात्रा
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि विज़न 2047 की यात्रा केवल आंकड़ों, परियोजनाओं और नीतियों तक सीमित नहीं होगी, बल्कि यह हर युवा और हर महिला के सपनों को पूरा करने का मार्ग बनेगी। उन्होंने इसे एक ऐसा संकल्प बताया जो उत्तर प्रदेश को न केवल भारत का सबसे सशक्त राज्य बनाएगा, बल्कि दुनिया के सामने विकास, संस्कृति और मानवीय मूल्यों का आदर्श प्रस्तुत करेगा।
सीएम योगी बोले
मुख्यमंत्री ने कहा कि विज़न 2047 के तहत उत्तर प्रदेश ऐसा प्रदेश बनेगा, जो अपनी तकनीकी शक्ति, उद्योग और संस्कृति के लिए विश्वभर में पहचाना जाएगा। यहां समृद्ध आध्यात्मिक विरासत की ‘गंगा’ और आधुनिक विकास की ‘यमुना’ का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा, जिससे प्रदेश विश्व मानचित्र पर एक विशिष्ट स्थान हासिल करेगा।