उत्तर प्रदेश के रामपुर (Rampur) जनपद में महिला कांस्टेबल से छेड़छाड़ और मारपीट करने के आरोप में 2 सिपाहियों के खिलाफ शहर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इन दोनों सिपाहियों परनशे में हंगामा करने व महिला कांस्टेबल को जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने का आरोप है। मामले में एसपी राजेश द्विवेदी ने दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है।
महिला कांस्टेबल की कमर और हाथ में आईं चोटें
इस मामले में पीड़ित महिला कांस्टेबल ने बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र में उनका खुद का मकान है। पुलिस लाइन में तैनात 2 सिपाही गर्वित और ललित उनके मकान में करीब 4 महीने से किराए पर रह रहे थे। महिला कांस्टेबल के पति बाहर रहते हैं। पीड़िता का आरोप है कि 28 फरवरी की रात दोनों सिपाहियों ने शराब के नशे में हंगामा शुरू कर दिया।
ऐसे में जब उन्होंने दोनों को टोका तो वे गाली-गलौज करने लगे। इस पर महिला कांस्टेबल ने विरोध जताया तो दोनों सिपाहियों ने उनके साथ मारपीट की। उनके पेट पर लात मारी और छेड़छाड़ भी की। उन्हें जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। यही नहीं, दोनों सिपाही डंडे लेकर आए और महिला कांस्टेबल को पीटने लगे। इसकी वजह से उन्हें कमर और हाथ में चोटें आई हैं।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
पीड़िता ने किसी तरह पुलिस को घटना की सूचना दी। वहीं, पुलिस के आने से पहले ही दोनों सिपाही मौके से फरार हो गए। पुलिस की मदद से महिला सिपाही ने जिला अस्पताल में अपना मेडिकल कराया। इसके साथ की घटना की तहरीर शहर कोतवाली में दी।
इस मामले में रामपुर शहर कोतवाली प्रभारी विजय पाल ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर सिपाही गर्वित चौधरी और ललित यादव के खिलाफ मारपीट, छेड़छाड़ व एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। उधर, प्रतिसार निरीक्षक हरेंद्र पाल ने बताया कि दोनों सिपाहियों गर्वित चौधरी और ललित यादव को पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने निलंबित कर दिया है।
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