Ravi Kishan Birhday: गोरखपुर (Gorakhpur) से लगातार दूसरी बार सांसद बने अभिनेता-नेता रवि किशन (Ravi Kishan)आज अपना 56वां जन्मदिन मना रहे हैं। 17 जुलाई 1969 को जन्मे रवि किशन ने फिल्मी दुनिया में भोजपुरी, हिंदी और साउथ की 700 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर अपनी अलग पहचान बनाई है। जन्मदिन के खास मौके पर उन्होंने गोरखपुर स्थित अपने आवास रामगढ़ताल पर भंडारे का आयोजन कर आम जनता को आमंत्रित किया है। धोती-कुर्ता पहनने और लग्जरी गाड़ियों के शौकीन रवि किशन एक साधारण परिवार से निकलकर देशभर में अपनी पहचान बना चुके हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जब उन्हें गोरखपुर से प्रत्याशी बनाया, तो विरोधियों ने उन्हें बाहरी बताकर घेरने की कोशिश की। इस आरोप का जवाब रवि किशन ने बेहद सादगी से दिया। वे सीधे अपने पूर्वजों के गांव मामखोर पहुंचे, जहां उन्होंने दुर्गा मंदिर में पूजा कर लोगों से आशीर्वाद लिया और गांव की मिट्टी को माथे से लगाया। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे उसी गांव के लाल हैं, जिसने उन्हें पहचान दी और जिसका नाम वे देश-दुनिया में रोशन कर रहे हैं।
राजनीतिक सफर में मिली बड़ी जिम्मेदारी और सफलता
गोरखपुर लोकसभा सीट पर 2018 में हुए उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद 2019 में रवि किशन को प्रत्याशी बनाकर भेजा गया। यह सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पूर्व संसदीय सीट थी, ऐसे में चुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया था। रवि किशन ने सपा के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज कर यह साबित कर दिया कि वे सिर्फ फिल्मी हीरो ही नहीं, बल्कि जनता के भरोसे का नाम भी हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में दोबारा जीत दर्ज कर उन्होंने पार्टी का और योगी आदित्यनाथ का विश्वास एक बार फिर हासिल किया।
फिल्मों से लेकर संसद तक कायम है दमदार मौजूदगी
रवि किशन को हाल ही में आइफा अवार्ड से नवाजा गया, साथ ही 26 जुलाई को उन्हें संसद रत्न अवार्ड से भी सम्मानित किया जाएगा। वे केवल सियासत तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हाल ही में ऑस्कर की दौड़ में शामिल फिल्म लापता लेडीज़ में उनके अभिनय की भी खूब सराहना हुई। इस फिल्म में उनका किरदार बेहद प्रभावशाली रहा, जिसने यह दिखा दिया कि वे अभिनय में भी उतने ही गहराई से जुड़े हुए हैं जितना राजनीति से।
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ब्लड ग्रुप से मदद का संकल्प
रवि किशन का ब्लड ग्रुप ‘बी नेगेटिव’ है, जो एक दुर्लभ रक्त समूह माना जाता है। वे इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण पक्ष मानते हैं और कहते हैं कि भविष्य में जब भी जरूरत होगी, वे रक्तदान करके लोगों की जान बचाने का काम करेंगे। समाजसेवा को लेकर उनका यह समर्पण यह भी दिखाता है कि वे सिर्फ मंच पर नहीं, असल जीवन में भी लोगों की मदद के लिए सदैव तैयार रहते हैं।