उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) कांग्रेस (Congress) कमेटी के अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं। वाराणसी में मीडिया से बातचीत के दौरान राय ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और उसके प्रमुख मोहन भागवत को लेकर अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, ‘RSS में नीचे से ऊपर तक रं**वों की फौज भरी हुई है,’ जिस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। राय का यह बयान भागवत के उस कथन के जवाब में आया जिसमें उन्होंने सभी भारतीयों को तीन बच्चे पैदा करने की सलाह दी थी।
भाजपा का तीखा पलटवार
भाजपा नेताओं ने अजय राय की टिप्पणी को ‘शर्मनाक और असंवेदनशील’ बताया है। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि यह कांग्रेस की ‘निम्न स्तरीय राजनीति’ का उदाहरण है और पार्टी नेतृत्व को इस बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। सोशल मीडिया पर भी राय के बयान की तीखी आलोचना हो रही है, जिससे राजनीतिक माहौल और गर्म हो गया है।
बिहार में पहले से ही कांग्रेस विवादों में उलझी
उत्तर प्रदेश की घटना ऐसे समय पर हुई है जब कांग्रेस बिहार में पहले से ही विवादों से जूझ रही है। हाल ही में एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण पार्टी को तीखा विरोध झेलना पड़ा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पटना में कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया। ऐसे में अजय राय की टिप्पणी से पार्टी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
‘वोटर अधिकार यात्रा’ और SIR
कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ और SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) के खिलाफ अभियान ने भी विवाद को जन्म दिया है। पार्टी ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर मतदाता सूची में छेड़छाड़ का आरोप लगाया है, जिसे लेकर विरोध प्रदर्शन हुए। विपक्ष का आरोप है कि यह अभियान अल्पसंख्यक और घुसपैठियों के वोट बचाने की कोशिश है। इन सबके बीच कांग्रेस नेतृत्व की चुप्पी और विवादित बयानों की बढ़ती संख्या आगामी चुनावों में पार्टी की स्थिति को और कमजोर कर सकती है।