यूपी एटीएस ने शुक्रवार को सहारनपुर (Saharanpur) जनपद के इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल-उलूम देवबंद के छात्र को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दारुल-उलूम के छात्र तलहा तालुकदार बिन फारुख को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इस छात्र के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) से संबंध हैं। बांग्लादेश का निवासी तलहा बीते दिनों भोपाल में पकड़े गए जेएमबी के चार सक्रिय सदस्यों के सीधे संपर्क में रहा है।
तलहा ने दी अपने 2 साथियों की जानकारी
सूत्रों के मुताबिक, भोपाल में पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ के बाद ही केंद्रीय जांच एजेंसियां तलहा के बारे में छानबीन कर रही थीं। एनआईए के अफसरों ने भी तलहा से लंबी पूछताछ की है। तलहा ने अपने 2 और बांग्लादेशी साथियों की जानकारी दी है। उसने दोनों के नाम सलाद्दीन सालिम और इफ्तकार उल हक बताए हैं, जो कक्षा सात अरबी आलिम के छात्र बताए जा रहे हैं।
गिरफ्तार छात्र तलहा तालुकदार बिन फारुख ने यह भी बताया कि इफ्तकार उल हक फर्जी आइडी बनाने में माहिर है। जांच एजेंसियों ने जेएमबी से जुड़े कुछ अन्य संदिग्धों की तलाश भी शुरू की है। तलहा को जल्द पुलिस रिमांड पर लिए जाने की भी तैयारी है।
तलहा ने स्वीकारा बांग्लादेश से किया घुसपैठ
तलहा ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह बांग्लादेश से घुसपैठ कर आया था और उसने देवबंद तहसील के पास स्थित एक दुकान से वर्ष 2017 में अपना फर्जी पैनकार्ड व आधारकार्ड बनवाया था। एटीएस दुकानदार की भी तलाश कर रही है। साथ ही फर्जी दस्तावेज तैयार कराने में तलहा के मददगारों की भी छानबीन की जा रही है।
देवबंद की दुकान पर आती थी हवाला की रकम
तलहा ने पूछताछ में यह भी बताया है कि अपने खर्च के लिए बांग्लादेश से हुंडी (हवाला) के जरिये रकम मंगाता था। यह रकम उसे देवबंद बाजार स्थित एक टोपी की दुकान चलाने वाले व्यक्ति के जरिये हासिल होती थी। इन तथ्यों की पड़ताल किए जाने के साथ ही कुछ बैंक खातों की भी छानबीन की जा रही है।
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