समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर बुजुर्ग किसानों को अपमानित करने का आरोप लगाया है। सपा अध्यक्ष ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि नए कृषि कानूनों को लेकर वार्ता के नाम पर बुजुर्ग किसानों को बार-बार अलग-अलग जगह पर बुलाकर बिना किसी नतीजे के अपमानित जैसा कर रही है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि भाजपा सरकार बुजुर्ग किसानों को बार-बार अलग-अलग जगह पर बुलाकर बिना किसी नतीजे के अपमानित-सा कर रही है। देश की जनता आक्रोशित होकर सब देख रही है। भाजपा कुछ पूंजीपतियों के स्वार्थ को पूरा करने के लिए बिचौलिया बनना बंद करे। भाजपाई अहंकार की सत्ता नहीं चलेगी!
इसके अलावा अखिलेश यादव ने 7 दिसंबर को किसान यात्रा और 8 दिसंबर के किसानों के भारत बंद में सक्रिय भागीदारी और सफल बनाने के लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्तओं एवं पदाधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सपा की किसान यात्राएं प्रदेश स्तर पर जारी रहेगी। अपने साधनों से, पैदल, मोटर साइकिल या साइकिल से कार्यकर्ता जिलों में किसान यात्रा निकालेंगे।
उन्होंने कहा कि हम किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध हैं। समाजवादी सरकार में कुल बजट का 75 प्रतिशत किसान और गांव की प्रगति के लिए प्रावधान किया गया था। किसानों के लाभ की कई योजनाएं शुरू की गई थी। जब से भाजपा सत्त में आई है किसानों के फायदे की समाजवादी सरकार की सभी योजनाएं बंद कर दी गई हैं।
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध बढ़ गया है और इसकी वजह से बुधवार को किसान नेताओं और सरकार के बीच होने वाली छठे दौर की वार्ता टल गई है। भारत बंद के आयोजन के बाद और वार्ता से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गतिरोध तोड़ने के लिए मंगलवार शाम 13 किसान नेताओं के साथ बैठक की।
इस बैठक में किसान संगठन नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग पर अड़े रहे, लेकिन सरकार का कहना है कि कानूनों को रद करना संभव नहीं है, इनमें संशोधन किए जा सकते हैं। सरकार ये संशोधन प्रस्ताव बुधवार को सौंपेगी और इन पर चर्चा के बाद किसान संगठन अपने आगे के कदम पर फैसला करेंगे।
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