समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने हाथरस हादसे (Hathras Stampede) में की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। सपा चीफ ने कहा कि मामले में की जा रही गिरफ्तारियां स्वयं में एक षड्यंत्र हैं। इन गिरफ्तारियों की तुरंत न्यायिक जांच होनी चाहिए।
‘इन गिरफ्तारियों की तत्काल न्यायिक जांच हो’
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि उत्तर प्रदेश शासन-प्रशासन हाथरस हादसे में अपनी नाकामी छिपाने के लिए छोटी-मोटी गिरफ्तारियां दिखाकर सैकड़ों लोगों की मौत से अपनी जिम्मेदारी का पल्ला झाड़ना चाहता है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो इसका मतबल ये निकलेगा कि इस तरह के आयोजन में हुई शासनिक और प्रशासनिक विफलता से किसी ने कोई सबक नहीं लिया।
उप्र शासन-प्रशासन ‘हाथरस हादसे’ में अपनी नाकामी छुपाने के लिए, छोटी-मोटी गिरफ़्तारियाँ दिखाकर सैकड़ों लोगों की मौत से अपनी ज़िम्मेदारी का पल्ला झाड़ना चाहता है। अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब ये निकलेगा कि इस तरह के आयोजन में हुई शासनिक-प्रशासनिक विफलता से किसी ने कोई सबक़ नहीं लिया और… pic.twitter.com/JTopRml0SL
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 6, 2024
सपा प्रमुख ने कहा कि ऐसी दुर्घटनाएं भविष्य में भी दोहराई जाती रहेंगी। शासन-प्रशासन किसी खास मंशा से व्यर्थ में ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर रहा है, जो मूल आयोजन स्थल से दूर थे। गिरफ्तारी के बाद इन्हें ही दोषी ठहराये जाने की तैयारी की जा रही है। ये गिरफ्तारियां अपने आप में एक साजिश हैं।
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उन्होंने कहा कि इन गिरफ्तारियों की तत्काल न्यायिक जांच हो, जिससे यूपी की बीजेपी सरकार का खेल जनता के सामने लाया जा सके। अगर बीजेपी सरकार ये कहती है कि ऐसे आयोजन से उसका कोई लेना-देना नहीं था तो फिर बीजेपी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं।
अखिलेश यादव ने कहा कि इस कार्यक्रम में आए अधिकांश गरीब लोग दुखी, शोषित, पीड़ित, वंचित और दमित थे। इस आधार पर इसका मतलब तो ये भी निकलता है कि ऐसे लोगों से भाजपा सरकार का कोई सरोकार नहीं है जबकि सबसे पहले सरकार का ध्यान ऐसे लोगों की तरफ ही जाना चाहिए।
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