उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजनीति में 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) इस बार पूरे रणनीतिक दृष्टिकोण के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। पार्टी न केवल संगठन को मजबूत कर रही है, बल्कि लगातार पुराने और नए नेताओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रही है। गुरुवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में प्रदेश के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में नेताओं ने सपा की सदस्यता ली। जिसमे अपना दल (एस) के पूर्व विधायक चौधरी अमर सिंह (Chaudhary Amar Singh) भी शामिल है।
नेताओं का स्वागत और विचारधारा से परिचय
कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल और लाल जी वर्मा ने नए शामिल हुए नेताओं का स्वागत किया और उन्हें सपा की विचारधारा से परिचित कराया। इसी अवसर पर ‘मेंहदी में तलवार’ पुस्तक का विमोचन भी किया गया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी किसानों, मजदूरों, नौजवानों और पिछड़ों की आवाज़ रही है, जबकि भाजपा सरकार ने पिछले नौ वर्षों में जनता को महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के जाल में फंसा दिया।
अखिलेश यादव बोले
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने यह भी कहा कि वर्तमान समय में जनता बदलाव चाहती है और सपा ही इसका वास्तविक विकल्प है। कार्यक्रम में शामिल नेताओं ने भी कहा कि उन्होंने जनता की समस्याओं और जमीनी मुद्दों को देखते हुए सपा का दामन थामा है। उनका मानना है कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहेगा और राज्य विकास की नई दिशा में बढ़ेगा।
➡️ शोहरतगढ़ के पूर्व विधायक चौधरी अमर सिंह और किसान नेता सुधीर सिंह ने समाजवादी पार्टी में शामिल होने की घोषणा की
➡️ मीडिया से की खास बातचीत इस विषय पर@samajwadiparty | #chaudhariamarsingh pic.twitter.com/5SenYnK9j9— Breaking Tube (@BreakingTubeX) September 25, 2025
इस दौरान हमारे संवादता अर्चित रावत बात करते हुए चौधरी अमर सिंह ने कहा समाजवादी पार्टी सिर्फ प्रदेश की ही नहीं बल्कि देश की आवश्यकता है।
नए नेताओं का सपा में स्वागत
इस अवसर पर कई बड़े नेता सपा में शामिल हुए। अपना दल (एस) के पूर्व विधायक चौधरी अमर सिंह और सुधीर चौहान अपने समर्थकों के साथ शामिल हुए। बीएसपी के 2022 के चुनाव प्रत्याशी विद्यासागर और बसपा के पूर्व कॉर्डिनेटर लाल जी ने भी सपा का दामन थामा। पार्टी ने आने वाले महीनों में प्रदेशभर में जनसभाएं, सम्मेलन और कार्यकर्ता बैठकें आयोजित करने की योजना बनाई है, खासकर बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने के लिए।