लोकसभा चुनाव 2024 के जबसे परिणाम आए यूपी बीजेपी में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के ही नेता, विधायक, मंत्री अपनी ही सरकार के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और सुनवाई न करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं इस मुद्दे को विपक्ष भी जमकर भुनाने की कोशिश कर रहा है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आईपी सिंह (SP Leader IP Singh) ने पूर्व शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद (IAS Vijay Kiran Anand) पर करोड़ों के भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं।
आईपी सिंह बोले- विजय किरण आनंद के साले की कंपनियों की कराएं जांच
सपा नेता आईपी सिंह ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट कहा कि दिल्ली से जबरिया थोपे गये मुख्य सचिव एवं नये मुख्य सचिव में अंतर साफ नजर आ रहा है। शिक्षकों की सबसे बड़ी उठ खड़ी हुई समस्या का समाधान निकाल दिये। लगे हाथ शिक्षा विभाग चलाने वाले विजय किरण आनंद के साले की कंपनियों की जांच करा दीजिये जिसे शिक्षा विभाग का करोड़ों रुपए ठेका दिलाये। जिसमें डिजिटल अटेंडेंस आदि की सॉफ्टवेयर आदि में करोडों रुपए की कारस्तानी लूटपाट हुई है।
दिल्ली से जबरिया थोपे गये मुख्य सचिव एवं नये मुख्य सचिव में अंतर साफ नजर आ रहा है।
शिक्षकों की सबसे बड़ी उठ खड़ी हुई समस्या का समाधान निकाल दिये।
लगे हाथ शिक्षा विभाग चलाने वाले विजय किरण आनंद के साले की कंपनियों की जांच करा दीजिये जिसे शिक्षा विभाग का करोडों रु0 ठेका दिलाये।…
— I.P. Singh (@IPSinghSp) July 16, 2024
आईएएस देवी शरण उपाध्याय पर एक्शन
बता दें कि भाजपा विधायकों की तरफ से प्रदेश के अफसरों पर भ्रष्टाचार करने, मनमानी करने और कार्यकर्ताओं की सुनवाई न करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। हाल में प्रदेश सरकार ने आईएएस अधिकारी देवी शरण उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया। मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत यह कार्रवाई की गई। आईएएस अधिकारी देवी शरण उपाध्याय पर अलीगढ़ जनपद में जमीनों के पट्टे के मामले में मनमाने तरीक से आदेश देने का आरोप लगा है। वह 2012 बैच के आईएएस अफसर हैं। जुलाई 2022 में सदस्य न्यायिक, राजस्व परिषद प्रयागराज के पद पर नियुक्त किया गया था। उन पर अलीगढ़ में 35 भूखंडों के पट्टों को मनमाने तरीके से बहाल करने का आरोप है।
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बीजेपी विधायकों ने अफसरों पर उठाए सवाल
उधर, हरदोई के गोपामऊ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक ने अपनी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। बीजेपी विधायक ने फेसबुक पर पोस्ट कर कहा है कि कोई जन प्रतिनिधि अधिकारियों से पंगा क्यों ले। भाजपा कार्यकर्ताओं का भी कोई काम बिना रिश्वत दिए ना हुआ है और ना होगा। मोदी जी ईमानदार किंतु अडानी अंबानी लूट रहे, योगी जी ईमानदार किंतु अधिकारी लूट रहे, जनता सब देख और समझ रही है जवाब दिया है आगे भी देगी।
यही नहीं, मिर्जापुर नगर से बीजेपी विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र ने भरे मंच से न सिर्फ अपना दर्द बयां किया, बल्कि मनमानी करने वाले अधिकारियों को चेतावनी भी दे डाली। दरअसल, एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि सरकार गरीबों का उत्थान करना चाहती है, लेकिन अधिकारी खेला करने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे घर से दो सौ मीटर पर कार्यक्रम है। मुझे रात आठ बजे आदेश दिया जा रहा है कि आना है। इस तरह से अधिकारियों का रवैया है। इस तरीके का रवैया और कार्यकर्ताओं का अपमान बर्दाश्त नही हैं। इस बात को हम सदन में उठाएंगे।
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