UP: संभल में हिंदुओं ने प्रदर्शन करते हुए मांगा अल्पसंख्यक का दर्जा, कहा- अब 15 फीसदी ही बची आबादी

उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) जिले में हिंदू समुदाय ने खुद को अल्पसंख्यक घोषित करने की मांग उठाई है। शुक्रवार को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के संभल दौरे के दौरान हिंदू समाज के लोग पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचे और पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने ‘संभल के हिंदुओं को अल्पसंख्यक का अधिकार दो’, ‘हिंदुओं का उत्पीड़न बंद करो’, ‘हम हिंदू अल्पसंख्यक हैं, सुनवाई करो’ जैसे नारे लगाए।

प्रदर्शनकारियों का दावा- हिंदू आबादी घटी, असुरक्षा का माहौल 

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि 1978 से पहले संभल में हिंदू आबादी 40% थी, लेकिन दंगों और हिंसा के कारण हिंदुओं का पलायन हुआ और अब यह संख्या 15% से भी कम रह गई है। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है और इसी कारण से संभल के हिंदुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया जाना चाहिए।

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इस दौरान संजय गुप्ता पोली, गगन वार्ष्णेय, अजय गिल, कशिश कौशल, अक्षय, ओमचंद्र सहित कई लोग मौजूद रहे। आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने प्रदर्शनकारियों से बात कर उनकी मांगों पर चर्चा की।

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने किया बवाल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुए बवाल की जांच के लिए प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने जामा मस्जिद कमेटी और स्थानीय प्रशासन से बातचीत कर पूरी स्थिति की जानकारी ली।

शांति बहाली की अपील, पुलिस कार्रवाई पर संतोष

संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने आयोग के अध्यक्ष को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। अध्यक्ष ने कहा कि यह सांप्रदायिक विवाद नहीं था, लेकिन इसके बाद जो अशांति फैली, उसे खत्म करना जरूरी है। उन्होंने सभी समुदायों से आपसी सौहार्द और भाईचारा बनाए रखने की अपील की।

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घटना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार होगी

अध्यक्ष लालपुरा ने कहा कि वह प्रभावित लोगों, प्रशासन और अन्य अधिकारियों से मिली जानकारी के आधार पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर केंद्र और प्रदेश सरकार को सौंपेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस-प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने में सफल भूमिका निभाई।

इस दौरान एएसपी श्रीश्चंद्र, एसडीएम वंदना मिश्रा और सीओ अनुज कुमार ने उन्हें घटनास्थल का निरीक्षण कराया और विस्तृत जानकारी दी। करीब पांच घंटे के दौरे के बाद आयोग अध्यक्ष वापस रवाना हो गए।

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