संभल जामा मस्जिद में सर्वे खत्म, पथराव के बाद भारी तनाव, अब प्रशासन ने लिया ये बड़ा फैसला

Sambhal Jama Masjid Survey Dispute: संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई है। सर्वे के दौरान पुलिस पर भारी पथराव हुआ और कुछ स्थानों पर आगजनी की घटनाएं भी सामने आईं। मौके पर जिलाधिकारी संभल और एसपी संभल ने स्थिति को संभालने की कोशिश की। सर्वे टीम के मस्जिद के अंदर होने के दौरान हिंसक भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने भारी सुरक्षा के बीच सर्वे टीम को सुरक्षित स्थान पर ले जाया।

इस दौरान हिंदू पक्ष के विष्णु शंकर जैन भी पुलिस के साथ थे। घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत कदम उठाए हैं। डीआईजी मुरादाबाद मुनिराज और एडीजी बरेली जोन रमित शर्मा को संभल भेजा गया है, साथ ही 3 कंपनियां पीएसी की तैनाती भी की गई है।

एडवोकेट विष्णु शंकर जैन ने बताया कि सर्वे की वीडियो और फोटोग्राफी कराई गई है। साथ ही उन्होंने लोगों से कानून के दायरे में रहकर कोई भी विरोध करने की बात कही। साथ ही कहा कि कोर्ट से इस मामले का फैसला आने में अभी समय लगेगा। सभी पक्षों को कोर्ट में अपनी बात रखने का मौका मिलेगा।

हर पक्ष को मिलेगा सर्वे रिपोर्ट पर मौका
विष्णु शंकर जैन ने कहा, 29 नवंबर को केस की तारीख निर्धारित है। इसी दौरान सर्वे रिपोर्ट पेश की जाएगी। सीपीसी के अनुसार सर्वे रिपोर्ट पर हर किसी को अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा। कोर्ट के ऑर्डर के हिसाब से सर्वे पूरा हो चुका है। सर्वे के दौरान मजिस्द कमेटी के वकील और मेंबर भी मौजूद थे। एडवोकेट कमीशन की रिपोर्ट सीधे कोर्ट को दी जाएगी।

डीजीपी प्रशांत कुमार का बयान
इस मामले पर डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। पत्थरबाजी करने वालों की पहचान कर उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सर्वे कोर्ट के आदेश पर किया जा रहा था, और प्रशासन इसका पालन कर रहा है।

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