उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क (MP Shafiqur Rahman Barq) ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा पर जमकर हमला बोला। सपा सांसद ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के इशारे पर ही मुसलमानों पर जुल्म किए जा रहे हैं। बिना नोटिस दिए ही बुल्डोजर चलाया जा रहा है। संभल में बिजली चेकिंग के नाम पर मुसलमानों का उत्पीड़न हो रहा है। शहर के एक धर्म स्थल पर अगर किसी ने कुछ नया करने का प्रयास किया तो हजारों मुसलमान अपना खून बहा देंगे।
सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने गुरुवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शुक्रवार यानी आज सपा के पांच सदस्यों के साथ दिल्ली के जहांगीरपुरी जाने का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में बुलडोजर से लोगों को निशाना बनाकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर असंवैधानिक रूप से बिना नोटिस दिए मस्जिद के गेट को तोड़ दिया गया और गरीबों की दुकानों व कारोबार को तहस नहस कर दिया।
बर्क ने कहा कि मैं इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। रमजान माह में बुलडोजर का प्रयोग करके अल्पसंख्यक वर्ग में दहशत पैदा करने के लिए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व दिल्ली में साम्प्रदायिक ताकतों को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ साम्प्रदायिक ताकतें देश में धार्मिक शोभायात्रा निकालकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास करके आपसी भाईचारा समाप्त करना चाहती है।
सपा सांसद ने कहा कि जहांगीरपुुरी में हनुमान जन्मोत्सव पर तीसरी शोभायात्रा बिना अनुमति के निकालकर भाजपा सरकार व आरएसएस के इशारों पर हाथों में तमंचा लेकर मुसलमानों के साथ जुल्म व ज्यादती की। इसके बाद भी पुलिस मुसलमानों के खिलाफ ही कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि सपा के पांच सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल के साथ में भी शुक्रवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी में जाकर पीड़ित परिवारों से बात करूंगा।
बर्क ने कहा कि इस मुद्दे को प्रमुखता के साथ संसद में भी उठाऊंगा। उन्होंने कहा कि मुसलमानों के खिलाफ भाजपा का जुल्म निरंतर बढ़ रहा है उन्हें झूठे हुए फर्जी मुकदमे में फंसाया जा रहा है और संपत्ति जब्त की जा रही है। मेरठ के दो भाइयों को असम में ले जाकर पुलिस ने उनका फर्जी एनकाउंटर कर दिया। लगातार फर्जी एनकाउंटर कर रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में बिजली चेकिंग के नाम पर एक विशेष वर्ग का उत्पीड़न किया जा रहा है।